Akash Vijayvargiya को बल्ला कांड से आखिर मुक्ति मिली
खुद शिकायतकर्ता ने ही बयान बदल लिया
विधायक रहते हुए कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश पर बल्ले से एक निगम अफसर को पीटने का मामला चल रहा था वह पांच से ज्यादा के बाद आखिर उन्हें बरी करने पर खत्म हो गया. 26 जून 2019 को आकाश भवन निरीक्षक धीरेंद्र बायस को क्रिकेट के बल्ले से पीटने को लेकर आकाश और अन्य दस पर मामला चल रहा था.
यह एफआईआर 353, 294,323, 506, 147 और 148 के तहत की गई थी लेकिन विधायकों और सांसदों से जुड़े मामलों की कोर्ट के सामने एक भी आरोप साबित नहीं हो सका और तो और खुद शिकायतकर्ता ने ही ऐसी किसी घटना से इंकार कर दिया. आकाश के साथ दस अन्य लोगों पर भी केस हुआ था जिसमें से एक व्यक्ति की हत्या हो चुकी है जबकि बाकी नौ को भी कोर्ट ने बरी कर दिया. दरअसल कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान इंदौर के गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान को ढहाने की मुहिम में जब ये भवन अधिकारी अपनी टीम के साथ काम कर रहे तब भाजपा विधायक की हैसियत से आकाश ने वहां पहुंच कर मुहिम का विरोध किया और उनके हाथ के बल्ले से एक अधिकारी को मारते हुए उनका वीडियो वायरल हो गया, इसके बाद उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, हालांकि उन्हें बाद में जमानत मिल गई थी. इस वीडिया की सत्यता को ही अभियोजन पक्ष को साबित करना था लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका जबकि शिकायतकर्ता ने भी घटना को लेकर अभियोजन से अलग बयान दिए.