Social Welfare Minister का इस्तीफा, सीएम जेल में, कैसे चलेगा काम
दिल्ली की सरकार के सामाजिक न्याय मंत्री ने केजरीवाल को चारीखोटी सुनाते हुए इस्तीफा दे दिया है और इस्तीफा सिर्फ मंत्री पद से नहीं है बल्कि पार्टी की सदस्यता तक से है. राजकुमार आनंद जब विधायक बने थे तो क्षेत्र के साठ प्रतिशत वोट हासिल कर सदन में आए थे, जब केजरीवाल जेल गए तभी से वे कसमसा रहे थे और आज उनके सब्र का बांध टूट गया. उन्होंने केजरीवाल के लिए कहा कि जो व्यवस्था बदलने आए थे वे खुद ही बदल गए और केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के साथ सामने आए थे लेकिन अब खुद भ्रष्टाचार में गले गले तक डूबे हुए हैं. यहां मजेदार बात यह भी है कि अपने इस्तीफे की घोषणा से दो घंटे पहले तक आनंद आप के पक्ष में सोशल मीडिया पर लिख रहे थे. इस्तीफे की घोषणा के साथ आनंद ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल तक इस्तीफा पहुंचा दिया है. हालांकि अभी सवाल यह भी है कि जेल के अंदर तक केजरीवाल को आनंद का इस्तीफा मिला भी है या नहीं क्योंकि दिल्ली सीएम ने मांग की थी कि उनके वकीलों को सप्ताह में दो दिन मुलाकात का समय कम पड़ रहा है इसलिए उन्हें सप्ताह में पांच दिन वकीलों से मिलने दिया जाए और इस मांग को अदालत ने खारिज करते हुए कहा कि इतना समय पर्याप्त है क्योंकि केजरीवााल ने वकीलों से मुलाकात को बाहर मंत्रियों तक अपने निर्देश पहुंचाने के लिए इस्तेमाल करना शुरु कर दिया था इसिलए सप्ताह में दो दिन ही वकील उनसे मिल सकेंगे, अब सवाल यह है कि आनंद ने इस्तीाफा किस तरह पहुंचाया है और मंजूरी का क्या स्टेटस है यह तो जेल से आए संदेश से ही पता चल सकेगा.