Name Is Sam सैम पित्रोदा की भारतीयों पर नस्लीय टिप्पणी, हंगामे के बाद इस्तीफा
सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा कांग्रेस के लिए राजीव गांधी के समय से ऐसे व्यक्ति रहे हैं जिनका कहना गांधी परिवार भी माना करता है. अब तक वे इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन थे लेकिन एक बयान ने उन्हें इस हद पर लाकर खड़ा कर दिया कि उन्होंने इस्तीफा दिया तो कांग्रेस ने उसे स्वीकारने में देर नहीं की. हुआ यूं कि सैम पित्रोदा यानी सत्यनारायण गंगाराम ने एक बयान दे दिया कि भारत के पूर्व में रहने वाले निवासी चाइनीज जैसे दिखते हैं और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकन्स की तरह दिखते हैं. पित्रोदा ने भारत के चारों दिशाओं के लोगों को इस तरीके से बताने की कोशिश की तो मामला तूल पकड़ गया और कांग्रेस ने इसे काफी संभालने की कोशिश भी की. यूं भी पित्रोदा से इस्तीफा देने को कहना भी बड़ी बात होती लेकिन जब सैम को पता चला कि मामला बहुत बढ़ गया है ता उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की और जयराम रमेश ने खबर दी कि कांग्रेस ने सैम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. अब कांग्रेस कह रही है कि सैम का बयान पार्टी का नहीं है और ऐसा बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. बात सैम के यह सब कहने और फिर इस्तीफा दे देन की है ही नहीं बल्कि इस बात की है कि दशकों तक गांधी परिवार जिसकी सलाह पर चलता रहा है उसकी सोच क्या है और ऐसे व्यक्ति ने किस तरह की नीतियां सुझाई होंगी. जो व्यक्ति भारतीयों को भारतीय ही न मान पाता हो वह विदेश में बैठकर भारत के लिए नीतियां तैयार करवाने का सुझाव देता रहा हो और उसे राजीव गांधी के समय से अब तक बहुत ही महत्वपूर्ण दर्जे मिलते रहे हों उसकी सोच और मानसिकता अब सामने आ रही है, कभी वह इनहेरिटेंस टैक्स की वकालत करते हुए अमेरिका का उदाहरण देता हो और कभी भारतीयों को इस तरह से नस्लीय सोच के साथ परिभाषित करता हो तो जवाब सैम पित्रोदा को नहीं उस परिवार को देना होगा जिसने इस सोच को इतने दशकों तक पाला है.