August 6, 2025
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Medha Patkar दो साल जेल जाएंगी या जुर्माने से बच जाएंगी

वीके सक्सेना मामले में दोषी पाई गई हैं मेधा
साकेत कोर्ट दिल्ली ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर को मानहानि मामले में दोषी पाया है, मेधा के खिलाफ यह मामला फिलहाल दिल्ली के उपराज्यपाल का काम संभाल रहे वीके सक्सेना ने 2003 में कराया था. वे उस सयम केवीआईसी अध्यक्ष थे, अभी पाटकर की सजा का ऐलान नहीं हुआ है जो दो साल की जेल या जुर्माना या दोनों ही साथ में भी दी जा सकती हैं. दरअसल वीके सक्सेना और मेधा पाटकर के बीच 2000 से तनातनी शुरु हुई थी. पाटकर ने अपने खिलाफ आपत्तिजनक ऐड छपने पर वीके सक्सेना पर केस कराया था. जवाब में सक्सेना ने मेधा पर 2 केस दर्ज कराए थे, जिनमें से एक में मेधा दोषी पाई गई हैं. कोर्ट ने पाया कि मेधा पाटकर पर आईपीसी की धारा 500 के तहत दंड बनता है और उनकी हरकतें दुर्भावनापूर्ण थीं. पाटकर ने नाम खराब करने के उद्देश्य से ही सक्सेना पर आरोप लगाए थे. पाटकर ने हवाला लेनदेन में उनकी संलिप्तता का जो आरोप लगाया था वह भी झूठा था. जिससे सक्सेना की ईमानदारी और सार्वजनिक सेवा पर सीधा हमला था. मेधा पाटकर ने उनके खिलाफ प्रेस में जो बयान जारी किया था वह भी दुर्भावनापूर्ण पाया गया.