Digvijay Singh ने पत्र लिखकर उम्र का हवाला दिया, कहा ये मेरा आखिरी चुनाव
दिग्विजय सिंह ने राघौगढ़ से चुनाव लड़ते हुए एक चिट्ठी अपने क्षेत्र के मतदाताओं को लिखकर अपनी उम्र और जीवन का अंतिम चुनाव होने की बात कहते हुए इमोशनल कार्ड खेला है. दिग्विजय ने अपनीइ उम्र का हवाला देते हुए कहा कि 77 की उम्र में मैं अपने अंतिम चुनाव में उतरा हूं और उम्मीद करता हूं कि राघौगढ़ की जनता का समर्थन मुझे पहले की तरह ही मिलता रहेगा. राजनीति की अपनी लंबी पारी से लेकर क्षेत्र में अपने किए गए कामों तक का जिक्र करते हुए जो कार्ड दिग्विजय ने खेला है उसमें चकित करने वाली बात यही है कि दिग्विजय कभी इस तरह राजनीति करने वालों में से नहीं रहे हैं और वे पूरी तरह आक्रामक होकर ही चुनाव लड़ने में भरोसा करते हैं, यहां तक कि वे अपने समर्थन में आई भीड़ और छोटे बड़े नेताओं तक को झिड़कने में देर नहीं करते हैं लेकिन इस बार ऐसर भावनात्मक अपील को कुछ विश्लेषक इस तरह भी देख रहे हैं कि उनके लिए यह चुनाव मुश्किल हो रहा है. यूं भी दिग्विजय चुनाव लड़ने की इच्छा में नहीं थे और टिकट घोषित होने के बाद भी उन्होंने इसी तरह का बयान दिया था कि वे लड़ना तो नहीं चाहते थे लेकिन अब टिकट मिल गया है तो लड़ेंगे. राघौगढ़ न सिर्फ दिग्विजय की परंपरागत सीट रही है बल्कि उनका परिवार इस क्षेत्र में राज ही करता रहा है और इसी वजह से वे क्षेत्र में राजा साहब के नाम से पहचाने जाते हैं लेकिन इस बार कई रिपोर्ट कह रही हैं कि दिग्विजय के लिए यह चुनाव टक्कर का हो गया है.