Delhi Congress में हलचल मारपीट तक पहुंची
दिल्ली के कांग्रेस मुखिया अरविंदर सिंह लवली ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस की शैली पर ही सवाल नहीं लगाए बल्कि तीन चार नामों का सीधा उल्लेख भी कर डाला. एक तो उन्हें उदित राज से मुश्किल है और दूसरा उन्हें कन्हैया कुमार से तकलीफ है जिन्हें उनकी जगह टिकट पकड़ा दिया गया और कन्हैया कुमार का आम आदमी पार्टी से प्रेम तो जाहिर है ही. तीसरा नाम उन्होंने दिल्ली के प्रभारी बावरिया का लिया और भी कुछ नाम उन्होंने लिए लेकन इन दो नामों को सबसे बड़ा कारण माना जा सकता है. इस्तीफे की बात सुनकर पूर्व एमएलए आसिफ मोहम्मद लवली के घर पहुंचे तो आसिफ के समर्थकों और लवली के समर्थकों के बीच जमकर उठापटक हो गई और आसिफ की पिटाई भी हो गई. जब तक संदीप दीक्षित जैसे कुछ लोग लवली को मनाने पहुंचते बात ज्यादा बिगड़ चुकी थी लेकिन फिर भी लवली से कहलवाया गया कि उन्होंने सिर्फ अध्यक्ष पद छोड़ा है यानी वे कांग्रेस में बने रहेंगे, यानी लवली तेवर बदलने को राजी होते नजर आ रहे थे लेकिन इसी बीच बावरिया ने न सिर्फ उनका इस्तरीफा स्वीकार कर लिया बल्कि यह भी कह दिया कि वे कांग्रेस को कमजोर करने का काम कर रहे हैं. संदीप दीक्षित के मनाने, इंडी पर सीधे प्रहार और बावरिया के कांग्रेस को कमजोर करने वाले बयान के बीच हालात रोचक हो गए हैं कि लवली के लिए कांग्रेस क्या तय करती है और खुद लवली कौन सी राह चुनते हैं.