Aditi Singh मदद नहीं कर रही हैं Dinesh Singh को?
रायबरेली सीट के लिए कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है क्योंकि राहुल कह चुके हैं यहां से हमारा सौ साल पुराना संबंध है और इसी वजह से उन्होंने अमेठी के बजाए रायबरेली को चुना है, दूसरी तरफ भाजपा यहां पर इसलिए जोर लगा रही है क्योंकि यदि राहुल को यहां से हरा दिया जाए तो यह बहुत ही बड़ा संकेत होगाा, खुद अमित शाह कह चुके हैं कि 400 सीटें तो हम जीत ही जाएंगे लेकिन यदि इस एक सीट पर आपने जिता दिया तो चार सै का मजा एक ही सीट से आ जाएगा. इन सारी बातों के बीच भाजपा की रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह पर कुछ लोग आरोप लगा रहे हैंं कि वे प्रत्याशी बनाए गए दिनेश सिंह को मदद नहीं कर रही हैं क्योंकि वो पहले से ही दिनेश की उम्मीदवारी का विरोध कर रही थीं. दरअसल बात यहीं नहीं रुक रही है और यह भी कहा जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को धता बताते हुए भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट डालने वाले रायबरेली के ही दूसरे विधायक मनोज पांडे से भी अदिति की नहीं जम रही है और इसी वजह से कई महत्वपूर्ण मीटिंग्स से अदिति गायब रही हैं. हालांकि वे मंच पर कई बार नजर आई भी हैं लेकिन उन जगहों पर भी वो जनता को संबोधित करने से बच गईं. दिनेश सिंह चूंकि मोदी सरकार में राज्यमंत्री हैं इसलिए उन्हें यही उम्मीद थी कि राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में रायबरेली के विधायक ही नहीं सभी नेता एकजुट होकर उन्हें साथ देंगे लेकिन ऐसा होता लग नहीं रहा है जबकि अदिति सिंह यह बताने में पीछे नहीं हट रही हैं कि वो पूरा जोर नरेंद्र मोदी के लिए लगा रही हैं और उनका पूरा एक्स अकाउंट मोदी समर्थन की पोस्ट से भरा पड़ा है लेकिन एक भी जगह दिनेश सिंह के समर्थन में कोई अपील तक नजर नहीं आ रही है.