US President Election ट्रंप कार्ड के आगे सब फेल
डोनाल्ड ट्रंप ने एक हार के बाद फिर जीत कर इतिहास रचा
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है, ट्रंप अब तक के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं जिसने चार साल के कार्यकाल के बाद एक बाद हार का स्वाद सखा और इसके बाद फिर राष्ट्रपति बने.
47 वें अमेरिकी राष्ट्रपति बतौर ट्रंप की जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इन चुनावों में माना जा रहा था कि यह न सिर्फ बिडेन के कार्यकाल के लिए रेफरेंडम भी होगा बल्कि इसमें सीधे सीधे ओबामा की भी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई थी. यानी ऐन वक्त पर बिडेन को हटाकर उनकी जगह कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाए जाने की रणनीति भी काम नहीं आई और कमला हैरिस जो कि एक डमी उम्मीदवार की ही तरह चुनाव में थीं आखिरकार हार ही गईं. इस ऐतिहासिक जीत के बाद ट्रंप ने अपने वादे दोहराए हैं और कहा है कि हम तेल के दामों से लेकर अमेरिका को फिर से महान बनाने तक के सारे वादों पर अमल जरुर करेंगे. ट्रंप को उन सभी सात राज्यों में बढ़िया बढ़त मिल गई जिन्हें स्विंग स्टेट कहा जाता है और जहां से कमला एंड पार्टी को काफी उम्मीदें थीं. शुरुआती नतीजों से ही ट्रंप की बढ़त बेहतरीन थी लेकिन बीच में एक बार कमला और उनके बीच इलेक्टोरल वोट्स का फासला कम हो गया था, इस उतार चढ़ाव के बाद भी यह तो साफ ही था कि ट्रंप जरुरी 270 का आंकड़ा पार कर लेंगे. जैसे ही ट्रंप ने इस आंकड़े को छुआ यूएस हाउस स्पीकर ने ट्रंप को नया प्रेसिडेंट इलेक्ट घोषित कर दिया. रिपब्लिक पार्टी के लिए यह जीत इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि इस बार डेमोक्रेट्स ने अपनी पूरी ताकत लगाने के साथ ही सोरोस एंड कंपनी से भी अच्छी खासी सहायता ले ली थी. वैसे कुछ लोगों का यह भी मानना है कि यदि ट्रंप पर चुनावी दौरों के बीच जानलेवा हमला नहीं हुआ होता तो शायद मामला टक्कर का हो जाता लेकिन इन नतीजों में तो डेमोक्रेट्स काफी पीछे छूट गए हैं.