यूक्रेन पर रुस का सबसे बड़ा हवाई हमला, ईरानी हथियारों का ज्यादा इस्तेमाल
जेलेंस्की ने अमेरिका से तुरंत सैन्य मदद के साथ पेट्रियट डिफेंस सिस्टम की मांग रखी
रूस और यूक्रेन के बीच तीन वर्षों से जारी युद्ध में रूस ने अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें 550 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागी गईं. इस हमले में यूक्रेन के तीन F-16 लड़ाकू विमान नष्ट हो गए और कई नागरिक क्षेत्रों को भी नुकसान पहुंचा. यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे “निर्मम और सुनियोजित” बताते हुए अमेरिका सहित बाकी सहयोगियों से तुरंत सैन्य सहायता मांगी है. खासतौर पर जेलेंस्की ने पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम की मांग की है. रूसी सेना ने इस हमले में ईरान के बने शाहेद ड्रोन, इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल और कैलिबर क्रूज़ मिसाइलों का इस्तेमाल किया. यूक्रेनी वायुसेना ने दावा किया कि उन्होंने 270 हवाई लक्ष्यों को मार गिराया और 208 ड्रोन को इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के ज़रिए निष्क्रिय किया. फिर भी, राजधानी कीव, खेरसॉन, और चेर्कासी जैसे क्षेत्रों में भारी तबाही हुई, जिसमें कम से कम 23 लोग घायल हुए और एक पायलट की मौत हो गई.
इस हमले में शहीद हुए F-16 पायलट मकसीम उस्तेमेंको को यूक्रेन ने राष्ट्रीय नायक घोषित किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अंतिम क्षणों तक सात रूसी लक्ष्यों को नष्ट किया और अपने विमान को आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाकर टकराया, जिससे सैकड़ों जानें बचीं. यह हमला ऐसे समय हुआ है जब नीदरलैंड के हेग में नाटो शिखर सम्मेलन की तैयारियां चल रही हैं. सम्मेलन में यूक्रेन की सदस्यता को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, लेकिन नाटो ने यूक्रेन को सालाना 40 बिलियन पाउंड की सहायता देने का वादा किया है.