Pakistani Army अपने ही सैनिकों को लेकर बोल रही झूठ
ट्रेन अपहरण मामले में भी सैकड़ों ताबूत का वीडियो सामने आने से झूठ पकड़ा गया था
पाकिस्तानी सेना एक के बाद एक ऐसे झूठ बोल रही है जो दुनिया में हंसी का कारण बन रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में पाक सेना ने कई झूठ परोस दिए और जो गलत साबित होने में भी देर नहीं लगी. पहले बताया गया कि ट्रेन अपहरण मामले को उसने सुलझा लिया है और इस पूरे ऑपरेशन में कुल 33 जानें गई हैं जबकि बलूच लिबरेशन आर्मी ने साफ बताया कि उसने ट्रेन के उन 214 बंधकों को मारा है जो सैनिक थे. इसके बाद पाकिस्तानी सेना की एक गाड़ी पर फिदायीन हमला हुआ जिसमें बीएलए के दावे अनुसार नब्बे पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जिस तरह की गाड़ी की हालत दिख रही है उससे इस दावे में सच्चाई भी नजर आती है लेकिन पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि क्वेटा से ताफ्तान जा रहे 8 मिलिट्री वाहनों पर नोशकी हाईवे के पास हुए इस हमले में सिर्फ पांच सैनिक मारे गए हैं.
बीएलए के सुसाइड बॉम्बर ने सेना के काफिले में घुसकर बॉम्बिंग करते हुए विस्फोटकों से भरी गाड़ी सेना के काफिले से टकराई. इसके बाद फतेह स्क्वॉड ने सेना के काफिले में घुसकर भी कुछ सैनिकों को मारा. जिस वाहन पर सुसाइड अटैक हुआ वह पूरी तरह तबाह हो गया और हालात ऐसे हो गए कि सरकार को इलाके में इमरजेंसी लागू करनी पड़ी लेकिन सरकार और सेना ने पांच ही सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है. इस सबमें पाक सेना ने एक और बड़ा झूठ यह भी बोला कि यह हमला बीएलए ने नहीं किया था बल्कि जिस रास्ते से सेना गुजर रही थी उसके पास एक बिना फूटा बम पड़ा हुआ था और बस इसकी चपेट में आ गई. सेना ने घायलों की संख्या भी दस ही बताई है जबकि एक बड़े सैनिक कारवां पर हमले में जिसमें एक पक्ष नब्बे लोगों के मारे जाने का दावा कर रहा है, आसपास की गाड़ियों से महज दस लोग घायल हुए हों यह बात समझ से परे है.