Pakistan के चीफ जस्टिस को धमकियां, हंगामा
पाकिस्तान में भी बांग्लादेश जैसे हालात
पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट पर भारी भीड़ ने हमला बोलते हुए कमोबेश वही हालात खड़े कर दिए हैं जैसे बांग्लादेश में कुछ दिन पहले बने थे और जिस तरह वहां सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस का इस्तीफा लिया गया था.
दरअसल पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कह दिया था कि धार्मिक अल्पसंख्यकों को अपनी पूजा पद्धति अपनाने का अधिकार है. वैसे यह फैसला अल्पसंख्यकों को लेकर था ही नहीं बल्कि अहमदिया मुस्लिमों को लेकर ही था जिन्हें मुस्लिम अपने में शामिल नहीं मानते हैं और उन्हें 1974 से मुस्लिम नहीं माना जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने उस अहमदिया व्यक्ति को छोड़ दिया था जिसे ईश निंदा के आरोप में पकड़ा गया था. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि उसे अपनी तरह से इबादत का हक है. हालांकि यह फैसला फरवरी से देश में सुलग रहा है लेकिन इस पर पुनर्विचार 22 अगस्त को होना है, उससे पहले ही दबाव बनाने की नीति के तहत हजारों की संख्या में लोग चीफ जस्टिस का इस्तीफा मांगते हुए सुप्रीम कोर्ट क्षेत्र में घुस गए. कट्टरपंथी संगठन टीएलपी के नेता पीर जहीरुल हसन शाह ने तो पाकिस्तान के चीफ जस्टिस ईसा के सिर पर 1 करोड़ का ईनाम भी घोषित कर दिया है.