July 4, 2025
वर्ल्ड

Pakistan में भारत से भी ज्यादा खौफ अब ‘अज्ञात’ का

एक के बाद एक मारे जा रहे आतंकियों के मामलों में पैटर्न एक ही, बाइक सवार… गोली मारकर फरार

हाफिज सईद का सबसे करीबी माना जाने वाला आमिर हमजा लाहौर के मिलिट्री अस्पताल में बहुत बुरी हालत में लाया गया लेकिन अब तक उसके मरने की पुष्टि नहीं हुई है, बताया जा रहा है कि वह भी उन्हीं ‘अज्ञात’ गोलियों का शिकार हुआ है जिसके वजूद की कल्पना भर से पाकिस्तान सिहर उठता है. लश्कर ए तैयबा के को-फाउंडर रहे आमिर को अमेरिका ने 2012 से ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित किया हुआ है. गुजरांवाला निवासी आमिर हाफिज सईद ही नहीं मक्की का भी करीबी है. उसका दोस्त अबू सैफुल्लाह भी अज्ञात बंदूकधारियों की गोलियों से ही मारा गया.उसके संगठन लश्कर की एक और अहम कड़ी अब्दुल वाहिद को भी 19 मई को सिंध प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने हूरों के पास पहुंचा दिया. पाकिस्तान भर में इस बात की दहशत है कि जब फौज और सरकार के इतने प्रिय लोग जिन्हें विशेष सुरक्षा भी दी गई थी, यदि अज्ञात से नहीं बच सके तो अगला नंबर किसका होगा कहा नहीं जा सकता. पिछले कुछ महीनों में कम से कम 17 ऐसे आतंकी अज्ञात बंदूकधारियों का निशाना बने हैं जिन्हें सरकार ने खास सुरक्षा मुहैया कराई थी. जो अज्ञात बंदूकधारियों का निशाना बने उनमें कुछ ऐसे नाम भी शामिल हैं जिनका पाकिस्तानी सरकार पर अच्छा खासा रसूख चलता था. अज्ञात के शिकार कुछ नाम ये हैं.
अबू सैफुल्लाह- सैफुल्लाह को सिंध प्रांत में घर से बाहर निकलते हुए गोली मार दी गई, बाइक सवार बंदूधारी फरार.
नदीम उर्फ अबु कताल- हाफिज सईद का रिश्तेदार. दो दशक से आतंकी. मार्च में झेलम किनारे अज्ञात बंदूकधारियों की गोली से मारा गया.
मुफ्ती शाह मीर- मूल रुप से ईरानी मीर को बलूचिस्तान में बाइक सवारों ने उड़ा दिया.
रहीम उल्लाह तारिक- मसूद अजहर का खास. 2001 में भारत की संसद और 2019 में पुलवामा हमले में शामिल. नवंबर 2023 में कराची में मारा गया.
अकरम गाजीः लश्कर का एक बड़ा नाम था. अज्ञात की बंदूक का शिकार हुआ.
मौलाना काशिफ अली- लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा नाम. खैबर पख्तूनख्वा में घर के अंदर ही मारा गया.
ख्वाजा शाहिदः लश्कर का कमांडर और एलओसी के पास सिर कटा शव मिला.
मौलाना जिया-उर-रहमान आात मोटरसाइकिल सवारों ने कराची में निपटा दिया.
कारी एजाज आबिदः खैबर में हमले के बाद मारा गया, गोली चलाने वाले नहीं मिले.
दाऊद मालिक- वजीरिस्तान में अज्ञात नकाबपोशों के हाथों मारा गया.
अदनान अहमद- सीआरपीएफ पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था. कराची में दिनदहाड़े मारा गया, हमलावर नहीं मिले.
बशीर अहमद पीर- हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर रावलपिंडी की गलियों में घेर कर मारा गया.
जहूर इन्ब्राहिम- जैश का आतंकी, भारतीय विमान अपहरण में शामिल था, अज्ञातों ने मार गिराया.
मेजर दानियाल- आईएसपीआर का अधिकारी, पेशावर में अज्ञात हमलावरों के हाथों मारा गया.
रियाज अहमद- लश्कर के इस आतंकी को रावलकोट में कनपटी पर बंदूक रखकर गोली मारी गई.
परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मिलक सरदार- खालिस्तान कमांडो फोर्स का मुखिया, लाहौर में मॉर्निंग वॉक के दौरान मारा गया, हमलावर गायब.