OpenAI पर कॉपीराइट मामला लगाने वाला रिसर्चर मृत मिला
एआई के खिलाफ मामलों में रुचिर की गवाही महत्वपूर्ण होती
ओपनएआई चैटजीपीटी पर जिस भारतीय-अमेरिकी छात्र रुचिर बालाजी ने कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया था, उसका शव सैन फ्रांसिस्को के उसके फ्लैट में मिल है. हालांकि यह खबर काफी बाद सामने आ सकी है. बताया जा रहा है कि जब लंबे समय तक अपने परिवार और दोस्तों के फोन रुचिर ने नहीं उठाए तो उनके फ्लैट पर जाकर देखा गया जहां रुचिर की लाश मिली. डॉक्टरों ने इसे आत्महत्या बताया है. रुचिर पहले ओपनएआई के लिए ही काम करते थे लेकिन बाद में जब उनके रास्ते कंपनी से अलग हो गए तो उन्होंने आरोप लगाया कि ओपनएआई कंटेंट की चोरी में जुटी हुई है जिसमें जमकर कॉपीराइट का उल्लंघन होता है.
ओपनएआई को लेकर जो अदालती मामले चल रहे हैं उनमें रुचिर की गवाही काफी महत्वपूर्ण हो सकती थी और इसीलिए काफी लोग ऐसे हैं जो इसे खुदकुशी मानने को तैयार नहीं हैं.