Israel कह रहा 14 ईरानी परमाणु वैज्ञानिक उसका शिकार हुए
परमाणु कार्यक्रमों को लेकर ही अमेरिका भी इजराइल के साथ आया और न्यूक्लियर साइट्स पर बी-2 से हमले किए
गरज रहे जेट्स और ईरान इजराइल के बीच चल रही खूनी आतिशबाजी को भले विराम के नाम पर सीजफायर हो गया हो लेकिन इस बीच ईरान का परमाणु कार्यक्रम जरुर दशकों पीछे चला गया है. ऐसा नहीं कि बी-2 बॉम्बर से परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों से नष्ट हुए रिएक्टर्स की बात की जा रही है बल्कि कम से कम 14 उन ईरानी वैज्ञनिकों का भी मामला इसमें शामिल है जो किसी न किसी तरह इजराइल के हाथों मारे गए हैं. ईरान ने अपने गुप्त परमाणु कार्यक्रमों के लिए इन वैज्ञानिकों को बहुत सुरक्षित और काफी महंगी सुविधाओं के बीच रखा था लेकिन वे मोसाद से बच नहीं सके. हालिया सैन्य अभियान में इन 14 वरिष्ठ ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और माना जा रहा है कि तोड़ डाली गई सुविधाओं के अलावा इन वैज्ञानिकों के जाने से भी ईरान का परमाणु कार्यक्रम लगभग ध्वस्त हो चुका है.
कुछ विश्लेषकों का कहना है कि बचे हुए वैज्ञानिक और टूटे हुए परमाणु ढांचों के साथ ईरान के लिए हथियार बनाना लगभग असंभव है. हालांकि कुछ लोग यह मानने वाले भी हैं कि ईरान के पास ऐसे वैज्ञानिक हैं जो कार्यक्रम को आगे बढ़ा सकते हैं. मारे गए वैज्ञानिक ईरान के शीर्ष वैज्ञानिक थे और ईरानी परमाणु कार्यक्रम उन्हीं के साथ 60 प्रतिशत तक की एनरिचमेंट तक पहुंचा था जिसे कभी भी 90 प्रतिशत यानी परमाणु बम के लायक कनाया जा सकता था बल्कि एक थ्योरी तो यह भी कहती है कि पिछले दिनों ईरान में महसूस किया गया भूकंप दरअसल परमाणु परीक्षण ही था. इजराइली सेना ने 13 जून के हमलों में नौ ईरानी वैज्ञानिकों के मारे जाने की बात कही थी और इसके बाद अलग अलग हमलों में पांच अन्य वैज्ञानिक भी मारे गए. हालांकि विश्लेषक यह भी कह रहे हैं कि मुख्य तत्व सामग्री है. सामग्री हो तो बाकी काम उतना जटिल नहीं रह जाता है. इजराइल पर लंबे समय से ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को एलिमिनेट करने के आरोप लगते रहे हैं. 2020 में ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक एम फखरीजादेह की मौत पर भी यही आरोप लगाया गया था और इसके बाद भी लगातार ऐसी घटनाएं होती रहीं लेकिन इजराइल अपना हाथ होने से इंकार करता रहा, यह पहली बार है जब आगे बढ़कर इजराइल मान रहा है कि उसने ईरानी कार्यक्रम को खत्म करने के लिए 14 परमाणु वैज्ञानिकों को रास्ते से हटाया है.