July 10, 2025
वर्ल्ड

Iran की मस्जिद पर लाल झंडा यानी बदले की घोषणा

हानिया की मौत पर खोमैनी भड़के लेकिन क्या करेंगे इस पर नजर

ईरान में हमास नेता हानिया की मौत के बाद शीर्ष नेता अयातुल्ला खेामैनी बहुत गुस्से में हैं और कह रहे हैं कि हम इजराइल को ऐसा सबक सिखाने वाले हैं जो वह हमेशा याद रखेगा. ईरान का गुस्सा इसलिए है क्योंकि हानिया जिस समय मारा गया उस समय वह ईरान में ही था और राजकीय मेहमान बतौर यहां रुका हुआ था. ईरान ने बदला लेने की जो शपथ ली है उसका एक निशान यह भी है कि कोम शहर की जामकरन मस्जिद में लाल झंडा फहरा दिया गया है जिसका मतलब यह होता है कि खून बहाए जाने का बदला लिया जाएगा.

पिछली बार जब इस मस्जिद पर यह झंडा फहराया गया था तब यह जनवरी 2020 में अमेरिका के उस एयरस्ट्राइक के खिलाफ था जिसमें नेता सुलेामानी की मौत हुई थी. ईरान कसमसा रहा है कि चवह ऐसा क्या करे जो इजराइल को सबक सिखाने के लिहाज से बड़ी बात मानी जाए लेकिन इन तैयारियों के बीच ही अमेरिका ने कह दिया है कि यदि ईरान ने कोई गड़बड़ करने की कोशिश की तो वह इजराइल के साथ पूरी मजबूती से खड़ा रहेगा और उस हालत में ईरान को सबक मिल सकता है. ईरान की मदद के लिए जो देश सबसे अव्वल रहने की कोशिश में है वह तुर्किए है जहां एर्दोगान बार बार इजराइल में घुसकर हमला करने की बात कह रहे हैं लेकिन यूएई सहित ईरान के पड़ोसी ‘वेट एंड वॉच’ की रणनीति अपनाए हुए हैं. वैसे इस बीच इस संभावना पर भी विचार किया जाने लगा है कि यदि वाकई ईरान इजराइल पर हमला करता है तो कौन कहां खड़ा होगा.

यदि अकेले ही लड़ने की नौबत आए तो ईरान कितना मजबूत हो सकता है और इजराइल के सामने वह कहां होगा, यदि इस बीच में नोटो आ जाता है तो क्या स्थिति बनेगी और यदि अमेरिका जिस मजबूत साथ की बात कर रहा है उसी अंदाज में जवाब देता है तो हालात क्या होंगे. वैसे यह जानना रोचक है कि ईरान की जीडीपी 365 अरब डॉलर की मानी जाती है और 2022 में वह सेना पर 6.8 अरब डॉलर खर्च कर रहा था जबकि इजराइल की पिछले साल की जीडीपी 520 अरब की मानी जाती है और 2022 में उसका रक्षा ख्रर्च 23.6 अरब डॉलर था यानी ईरान से चार गुना के करीब.