July 23, 2025
वर्ल्ड

Hunter पर ट्रंप सरकार के हंटर और अमरिक्का की खबरें

अमेरिका में 20 जनवरी यानी ट्रंप के शपथ लेने के बाद से जो माहौल बदला है उसमें DOGE से लेकर यूक्रेन के युद्ध तक पर तो चर्चाएं चल ही रही हैं लेकिन एक और बड़ा बदलाव एलजीबीटीक्यू पर असर दिखा रहा है क्योंकि ट्रंप ने किसी तीसरे जेंडर को मानने से इंकार कर दिया है और जन्म के समय रहे जेंडर को ही फाइनल कर दिया है लिहाजा कुछ लोगों की दुनिया ही ऊपर नीचे हो गई है ऐसी ही कहानी हंटर स्केफर की भी है, इस कहानी सहित अमेरिका की और भी ताजा खबरें अमरिका से ‘मनजी’ की कलम से…

नमस्कारम मित्रों , पाठकों एवं छुप छुप कर पढ़ने वालों-
पावन कर्मभूमि अमरीक्का से ताज़ा खबर लाए है आप अपने श्री भूरेलाल जी.

अमरीका में आजकल माहौल बड़ा अलग है. हंटर स्केफर नाम की ख़ातून ने रो रो कर अपना वीडियो सोशल मीडिया पर डाला कि मेरे साथ बड़ा अन्याय हुआ है – मेरे अमेरिकी पासपोर्ट पे मेरा लिंग पुरुष डाल कर भेजा गया है. पिछला पासपोर्ट महिला लिंग पर आधारित था. ये फ़ासिस्ट सरकार बड़ी जुल्मी है. ख़ातून के वीडियो में उनके हाव भाव बोली से लग रहा है कि वो विशुद्ध एक महिला है. लेकिन हकीकत बिल्कुल जुदा है. हंटर पैदाइशी लड़के थे- कक्षा आठ में हंटर को लगा कि वो मीठे है. तो हंटर के माँ पिता ने उन्हें मीठे के रूप के स्वीकार कर लिया. कक्षा दस में हंटर को लगा कि वो मीठे नहीं बल्कि लड़की है. फिर हंटर ने वयस्क होने पर आप्रेशन से अपना लिंग बदलवा लिया – स्त्री बन गए. आवाज़ तक बदल गई. यही नहीं हंटर ने अनेक क़ानूनी लड़ाइयों का सामना किया- केस किए कि उन्हें महिलाओं वाले रेस्ट रूम में जाने से रोका ना जाये- केस जीते. पिछले पासपोर्ट पर उनका लिंग भी महिला छापा था.
फिर कम्बख़्त ये फ़ासिस्ट सरकार आई- इन्ने कहा- जो जैसा पैदा हुआ उसका वही लिंग निर्धारित होगा. सब सरकारी कागजों में- सब रिकॉर्ड्स में. इसके चलते हंटर जो अब शारीरिक तौर पर, हाव भाव , बोली आदि से महिला है- उन्हें पुरुष वाला पासपोर्ट दिया गया है. पेशे से एक प्रोफेशनल मॉडल हंटर अनेक महिला मैगज़ीन में आती / आते है. हालिया कांड से बहुत दुखी है हंटर.
श्री भूरेलाल जी की सहुनुभूति सुश्री हंटर के साथ है- अर्ज़ करते है-
ए हंटर, सुनो जरा-
कोई शिकारी बार बार बन में हमारे आए क्यूँ
चौंकेंगे हम हज़ार बार कोई हमें डराए क्यूँ !
फ़ोटो में हंटर की मंत्रमुग्ध करने वाली तस्वीर. परंतु ओ रंगीन मिजाज गोरी स्त्रियों के आशिक़ पुरुषों- याद रखना-
ये गोरी पहले गोरा था
ये छोरी पहले छोरा था.
अपनी चाहतें सोच समझ कर ही किसी को प्रेषित करें- ज़माना बड़ा ज़ुल्मी है.

उधर फ़्रेंच राष्ट्रपति मैक्रों का हालिया अमेरिकी दौरा. फ़्रेंच राष्ट्रपति के इस दौरे पर राष्ट्रपति ट्रम्प का रूखे व्यावहारिक तरीके ने अनेक मीडिया हाउस का ध्यान खींचा है- ट्रंप ने फ़्रेंच जेंटलमैन को उतनी तमीज़ और इज़्ज़त नहीं बख्शी जिसके वो कदाचित हकदार थे. यूक्रेन मुआमले पे दोनों राष्ट्रपतियों में अन्तर्भेद स्पष्ट दिखा . राष्ट्रपति मैक्रोंन अपनी औरत ब्रिजिट को अमेरिका लाना पसंद नहीं करते क्यूंकि कुछ महीने पहले एक अमेरिकी सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ने खबर फैलाई थी कि फ्रांस की प्रथम महिला पहले एक मरद थी जो शल्य चिकित्सा करवा लेडी बनी है. इस पर फ्रेंच सरकार ने उसे कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था.

गौरतलब है फ्रेंच राष्ट्रपति की पत्नी उनसे उम्र में काफ़ी बड़ी है, दोनों में प्रेम तब शुरू हुआ था जब राष्ट्रपति पंद्रह साल के किशोर थे और मैडम उनकी टीचर थी. इश्क़ ने आग इतनी पकड़ी की राष्ट्रपति ने अपनी अम्मा की उम्र की महिला से विवाह रचा लिया और अब लोग अफ़वाह फैला रहे है कि मैडम पहले सर थी, फिर मैडम बनी. वैसे भी अमेरिकी सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर कभी ओबामा की औरत को मरद कहते है और कभी फ़्रेंच राष्ट्रपति की लुगाई को मरद बताते है. खोदा जाने अमरीकियों को औरत मरद के खेल की ये कैसी सनक हमेशा सवार रहती है.

एक और ख़बर में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से अनेक सौ बिलियन डॉलर की क़ीमत के मिनरल और मेटल देने को कहा है. ट्रम्प ने ज़ेलेंस्की से कहा- बेटे दुनिया में किसी को मुफ्त में ऐसे ही कुछ नहीं मिलता, तुमने हमसे लिया है तो बदले में कुछ तो दो. पलटवार में ज़ेलेंस्की ने एग्रीमेंट पर साइन करने से इंकार कर दिया , कहा- तुम्हें डॉलर के बदले पौन बिलियन के हथियार दे दिए, और बाक़ी रकम के एवज़ में शेष सौदा सुलूफ़ा . डॉलर तो नाममात्र के दिए है . आशा है ज़ेलेंस्की की हिम्मत जल्दी टूटेगी और अमेरिका को जो रेयर मिनरल आदि यूक्रेन से चाहिए- वो उनसे वसूल कर लेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति आजकल वसूली भाई के किरदार में रचे बसे है.

चौथी खबर रोम से- ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस – बड़े पिताजी की तबीयत आजकल नासाज चल रही है. 88 वर्षीय पोप जी के गुर्दों में इन्फेक्शन है- शायद एक गुर्दा फेल भी है; उन्हें अस्थमा भी है- सर्दियों में वो दमे से बेहाल हो जाते है. अत्यधिक वजन के कारण पोप साहब दमे और गुर्दों की बीमारी के चलते दस दिनों में अस्पताल में है जहाँ डॉक्टरों की एक टीम उनका लगातार इलाज कर रही है. उनकी ग़ैर उपस्थिति में छोटे पिताजी – कार्डिनल साहब पूजा अर्चना आदि करवा रहे है. कल वेटिकन में उन्ने दो सौ डॉक्टर्स के साथ बड़े पिताजी के जल्दी ठीक होने की दुआ पढ़ी.

इस मुद्दे पर श्री मुसद्दी लाल जी कहते है- पोप साहब को साड़े पंजाब के पास्टर पवित्र पिता श्री बजिंदर साहब की सेवाएँ देनी चाहिए- पंजाब में अनेक चंगाई सभाओं में उन्हें ऐसे अनगिनत चमत्कार दिखाए है जहाँ उन्हें लोगों को व्हील चेयर से उठा दौड़ा दिया है. ख़ामख़ा पास्टर साहब पंजाब में अपने हुनर को ज़ाया कर रहे है.

इस मुआमले पे श्री भूरेलाल जी ने हकीम लुकमान का लबादा ओढ़ अर्ज़ किया है-

हे श्री पोप साहब, बड़े पिता जी – गौर दीजियेगा—

जिगर के बल पे है इंसान जीता
जिगर कमज़ोर हो तो खाए पपीता,
अगर ख़ून कम बने, बलग़म ज़्यादा
तो खा गाजर, चने, शलग़म ज़्यादा!

इस पर बड़े पिताजी ने पलट कर अर्ज़ किया-

जिगर से फेफड़े से दिल से या कि गुर्दे से
कहाँ से उठता है दर्द-ए-निहाँ नहीं मालूम!

याद रखिए- ऐसी चटपटी ख़बरें पढ़ने के किए सदैव उपलब्ध है श्री भूरेलाल जी की सेवाएँ. पोस्ट में वाहवाही वाले कमेंट करेंगे तो सबाब मिलने का समुचित प्रबंध है.