Greta को कस्टडी में इजराइल ने दिखाई हमास की ज्यादती
हमास की समर्थक बन कर पहुंची ग्रेटा थनबर्ग को वापस स्वीडन पहुंचा दिया
एक्टिविस्ट की तरह प्रचारित की गई ग्रेटा थनबर्ग का पाला इस बार इजराइल से पड़ाख् दरअसल ग्रेटा को इस बार गाजा में मदद के नाम पर एक जहाज मैडलीन में कुछ साथियों के साथ भेजा गया ताकि यह नैरेटिव गढ़ा जा सके कि इजराइल ने गाजा तक पहुंचने वाली मदद और रसद रोक रखी है इसलिए मानवीय संकट खडा हो गया है. इजराइल तो ऐसे मामलों में पहले ही पूरी तैयारी रखता है लिहाजा जैसे ही मैडलीन 12 यात्रियों के साथ इजराइली क्षेत्र में पहुंची पहले तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बाकायदा नाश्ता पानी कराने के बाद ग्रेटा एंड कंपनी को उन दृश्यों की पूरी फिल्म देखने बेछा दिया गया जिसमें गाजा पट्टी से आए हमास के हमलावरों ने इजराइली लोगों की हत्याएं कीं और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की अति कर दी थी. ग्रेटा को तो पैसा इजराइल के विरोध का मिलता है और हमास के समर्थक उसे वहां पहुंचने की सलाह देते हैं, ऐसे मेंवह यह फिल्म देखकर हकीकत न देखना चाहती थी और न समझना. ग्रेटा एंड कंपनी ने इजराइल से कहा कि हमें तो वापस जाने दिया जाए क्योंकि हम यह सब नहीं देख सकते तो इजराइली अफसरों ने यह भी पूछा कि जब इनके किए हुए कारनामे देखने में आपके रेांगटे खड़े हो रहे हैं तो उनके लिए मानवीय संकट की बात करने वो यहां क्यों पहुंच गई हैं. आखिर इजराइल ने ग्रेटा को वापस स्वीडन डिपोर्ट करते हुए फ्रांस जाने वाली एक फ्लाइट में बैठज्ञ दिया.
इजरायल ने ग्रेटा को प्लेन में बिठाते दिखाने वाली फोटो अपने सोशल मीडिया पर डाल कर बताया कि ग्रेटा को गाजा में एक्टिविज्म करने से पहले ही विदा कर दिया गया है. जिस मैडलीन में सवार होकर ग्रेटा वहां तक पहुंची थी उसे इजराइल ने अपने पास रख लिया है.