October 28, 2025
वर्ल्ड

Food Stamps के जरिए रखी मुफ्तखोरी की सूची

अमेरिका से मनजी का विष्लेषण

ट्रंप के आने के बाद से फूड स्टांप्स के ‘फ्री फ्लो’ पर लगी रोक अब सूची में बताया कौन से देश के कितने शरणार्थी ले रहे इनका फायदा

जिस तरह से भारत में केंद्र सरकार गरीबी रेखा से नीचे वाले लोगों को मुफ्त राशन देती है- कुछ किलो चावल , गेंहू, आदि मासिक , ठीक उसी तरह अमेरिकी सरकार इधर गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को फ़ूड स्टैम्प्स देती है. फ़ूड स्टैम्प्स प्रीपेड कार्ड होता है जिनमे मासिक डेढ़ हज़ार डॉलर से शुरू होती हुई रकम सरकार ग़रीब लोगों को देती है. पिछली सरकार में इन फ़ूड स्टैंप्स पे लोगों ने खूब मौज काटी थी- इनके बलबूते पे फ़ास्ट फ़ूड आदि खूब ख़रीद कर रील्स बनाई. मौजूदा सरकार के आने के बाद फ़ूड स्टैम्प्स पे काफ़ी रोक लगी- रक़म कम हुई- फ़ास्ट फ़ूड की ख़रीद पे रोक लगी. बेसिक राशन आइटम्स ही ख़रीदने की इजाज़त थी. इस पे काफ़ी हो हल्ला भी हुआ.

किंतु पिछले महीने से चल रहे शटडाउन के कारण आजकल फ़ूड स्टैम्प्स प्रोग्राम पे असर पड़ रहा है. इसके चलते सरकार ने आँकड़े रिलीज़ किया कि इस प्रोग्राम के बेनेफिसिअरी- लाभार्थी कौन कौन लोग है. इस मुफ़्त खाने की स्कीम की सर्वाधिक लाभ उठाने वाले है अफ़ग़ानी शरणार्थी, और ये ऑब्वियस भी है. अफ़ग़ान से ढेरों की संख्या में इन लोगों को अमेरिका में बसाया गया है- मुफ्त घर, खाना, कपड़े आदि. अफ़ग़ान के बाद सोमाली मूल के मज़हबी लोग दूसरे नंबर पे है. मिनेसोटा में अनेक गड़बड़ झाले भी पकड़े जा रहे है कि मुफ़्त खाने के साथ मुफ्त मेडिकल में ये लोग क्या क्या झोल कर रहे है.

फिर इस सूची में है- इराक़ी, अरबी, नेटिव, बांग्लादेशी, मेक्सिकन आदि.

सूची के सबसे नीचे है इंडियन- भारतीय मूल के लोग सबसे कम इस मुफ़्ती स्कीम का लाभ लेते है. टैक्स देने में सबसे ऊपर है. पोस्ट में लगी तस्वीर में सब मूल के लोगों का उल्लेख है जो अमेरिकी फ़ूड स्टैम्प्स का लाभ ले रहे है. भारतीय लोग दरअसल इस सूची में होने भी नहीं चाहिए- आज तक मैंने किसी भारतीय को फ़ूड स्टाम्प्स का प्रयोग करते नहीं देखा- सत्रह वर्ष में. एक बार भी नहीं. किंतु पिछले पाँच साल के भारतीय अवैध प्रवासी भी खूब भर कर आए है तो शायद स्थिति वहीं से गड़बड़ होनी शुरू हुई होगी. क्या भारत सरकार कभी ऐसे आँकड़े रिलीज़ करेगी कि कौन कौन से समुदाय कितना मुफ्त राशन आदि का लाभ लेते है!