June 20, 2025
वर्ल्ड

Condemn करने में शरीफ की शराफत थोड़ा बहक सी गई

अमेरिका से मनजी की कलम शरीफ उम्माह जुटाने में लगे हैं और लेबनान, जॉर्डन ले रहे हैं आतिशबाजी का आनंद

इजराइल ईरान जंग में अब तक सवा सौ ईरानी फ़ौत हुए है और तेरह यहूदी. ईरान की सबसे बड़ी आयल फील्ड में तबाही होने के बाद ईरान ने बाक़ी खाड़ी के मुल्कों को आगाह करते हुए अर्ज़ किया है-
लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में,
यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है!
ईरान बाक़ी मुल्कों से कह रिया है- आज हमकू पेला है, कल तुम को भी पेल सकता है. ईरान इसराइल पे भी जमकर हमले कर रहा है. हालाँकि ईरान के कई बड़े लोग इस हमले में खुदा के पास हाज़िरी देने जा चुके है किंतु हार नहीं मानी है. इसराइल में भी जान माल की हानि हुई है. यहूद के नेता श्री नेतराम जी कहते है- मिट्टी में मिला देंगे, तुमको एटमी ताक़त ना बनने देंगे. इसराइल और ईरान एक दूसरे पे मिसाइल दाग रहे है- रात में इन मिसाइल ड्रोन आदि को देख लेबनान और जॉर्डन के लोग मौज ले रहे है. ऐसा लगता है जैसे आतिशबाज़ी का शो चल रहा हो. इस मुल्कों में तो लोग इस शो के बीच गाना बजाना भी कर रहे है.
इसी बीच पाकस्तान ने उम्मा का सरगना होने का अपना कर्तव्य निभाया है. पड़ोसी मुल्क के वज़ीर ए आज़म ने हमला होने के बाद ट्वीट किया कि वो इसराइल के हमले को कंडोम करते है. दरअसल वो लिखना चाह रहे थे condemn लेकिन ग़लत टाइप हो गया. खैर गलती को तुरंत सुधार वज़ीर ए आज़म ने कहा- कि उन्होंने बड़े अब्बा तुर्किए से गुहार लगाई है कि ईरान की मदद को आगे आएं. उन्होंने दो दिन लगातार ट्वीट कर कहा- वो उम्मा से उम्मीद रखते है कि सब लोग आगे आकर ज़ालिम यहूदियों से मुक़ाबला करेंगे. ख़ुद पाकस्तान इस मुश्किल घड़ी में ईरान से कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हुआ है. ईरान की आवाम ने पाकस्तान वज़ीर ए आज़म से कहा है- तुम्हारे ट्वीट का क्या सालन बनायेंगे , ना तुम फौज भेजने के, ना गोला बारूद , ना ड्रोन, ना मिसाइल और ना रसद. तुम से केवल बातें छुकवा लो. इस सब लड़ाई झगड़ों के बीच पाकस्तान ने अपने पाँच सौ लोगों को ईरान से वापस बुलवा लिया जो वहाँ जायरीन बन मज़हबी सफ़र पे थे. अरे भैंस के घोड़ो- कम से कम इन पाँच सौ लोगों को तो वहाँ ख़िदमत करने रहने देते. यदि इतिहास की बात करें तो मुगल बादशाह हुमायूँ को जब शेर शाह सूरी ने रगड़ा था तो वो भागा भागा ईरान के शाह के धोरे पहुँचा और ईरानियों ने उसे रसद फ़ौज और हर संभव मदद देके वापस भेजा जिसके चलते उसने अपना तख्त वापस लिया. इतिहास में दर्ज ईरान के इस अहसान को चुकाने का मौक़ा हिन्द के मुग़लिचियों को इस से बढ़िया ना मिलेगा. मौक़ा है दस्तूर भी है- तुरंत कूच कर जाना चाहिए. ईरान को हर संभव मदद मुहैया करवाओ – ए अकबर को महान बताने वालों. कब तक इधर बैठे हवाई फायर करते रहोगे!
इस जंग के माहौल में म्या मीर मुंशी अर्ज़ करते है-
आ दबाया मेहर-ए-ईरान को यहूदी की मिसाइल ने
अज़्मत-ए-ईरान -ओ-रूमा लूट ली इसराइल ने!

आदाब अर्ज है…

इधर सोशल मीडिया पर इन मोहतरमा की फोटो भी खूब दौड़ रही है, जॉर्डन की राजकुमारी सलमा, बोले तो किंग अब्दुल्लाह की बेटी… किंग साहब पैगंबर साहब के 36 वें वंशज बताए जाते हैं और सलमा के लिए बताया जा रहा है कि वो चार साल की ट्रेनिंग के बाद जॉर्डन वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट बनकर फाइटर जेट उड़ा रही हैं और जब इजराइल को जवाब देने के लिए ईरान ने मिसाइल वगैरह चलाईं तो सलमा ने कई ईरानी मिसाइलों को जॉर्डन वायु सीमा में उड़ा ही डाला. एफ-16 की सवारी करने वाली पैगंबर साहब की खानदानी ईरान की मिसाइलें नाकाम कर रही है और इधर पाकिस्तान एंड कंपनी लगी हुई है ईरान के समर्थन में उम्माह को जुटाने के लिए.