Boeing 787-8 में वही गड़बड़ी एक बार फिर, चेन्नई आ रहे प्लेन को हीथ्रो लौटना पड़ा
लंदन से चेन्नई आ रहे ब्रिटिश एयरवेज के प्लेन को यू टर्न लेकर वापस हीथ्रो लौटाया गया, वही फ्लैप्स को लेकर थी समस्या
15 जून को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से निकले बोइंग 787-8 को टेकऑफ के कुछ ही समय में वापस हीथ्रो लौटना पड़ा और इसकी वजह यह बताई गई है कि फ्लैप एडजस्टमेंट में मुश्किल आ रही थी. लंदन से चेन्नई के लिए निकले इस प्लेन की उड़ने के एक घंटे के भीतर ही वापस हीथ्रो पर लैंडिंग कराई गई और प्लेन ने 9000 फीट की ही ऊंचाई तय की थी कि फ्लैप्स में गड़बड़ी की बात पता चली. क्रू को इसी वजह से काफी फ्यूल भी डंप करना पड़ा. BA 35 फ्लाइट चेन्नई के लिए निकली थी. यह मामला इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि अहमदाबाद में हुई दुर्घटना में जो प्लेन था वह भी बोइंग 787-8 ही था और उसके दुर्घटना से पहले के वीडियो भी यही बता रहे हैं कि उसके फ्लेप्स को लेकर भी इश्यू हुए थे और लैंडिंग गियर भी टेकऑफ के बाद अंदर नहीं हो पाए थे. एविएश्शन इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का कहना है कि बोइंग 787-8 के साथ यह समस्या नई नहीं है बल्कि पहले भी कई मामलों में देखी जा चुकी है और एम्सटर्डम की एक घटना में तो अमेरिकन एयरलाइंस के प्लेन में फ्लैप्स के साथ ही लैंडिंग गियर में हाइड्रोलिक इश्यू भी साथ में देखे गए थे.
अहमदाबाद में एयर इंडिया के प्लेन के साथ हुई दुर्घटना में भी अब धीरे धीरे यही बात निकल कर आ रही है कि इसमें ह्युमन एरर की संभावना तलाशने के बजाए बोइंग के बिल्ड इश्यू पर फोकस किया जाना चाहिए क्योंकि इस प्लेन के एकमात्र बचे यात्री विश्वास रमेश ने जो बातें बताई हैं वो इसी तरफ इशारा कर रही हैं कि मामला प्लेन में इलेक्ट्रिकल खराबियों के चलते बिगड़ा था. एक्सपर्ट्स यह भी कहते हैं कि दोनों इंजन एक साथ फेल होने की बात, पक्षियों के टकराने वाली थ्योरी या ऐसी ही दूसरी कई संभावनाओं पर यह संभावना ज्यादा भारी है कि प्लेन में टेक्निकल दिक्कतें आई थीं जिसके चलते न फ्लैप्स खुल पाए थे और न ही लैंडिंग गियर ही अंदर हो पाया था. चूंकि प्लेन ऊंचाई पर नहीं था इसलिए पायलट को इससे निपटने के लिए दूसरे उपाय खोजने का मौका तक नहीं मिला.