Big Beautiful Bill पर मस्क बोल रहे Kill The Bill
ट्रंप के साथ जुड़ना मस्क को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक, तीनों ही तरह से पड़ा भारी
अमेरिकी राजनीति में ट्रंप के दूसरे कार्यकाल को सौ दिन ही पूरे हुए हैं कि उनके सबसे करीबी रहे एलन मस्क ने विरोध का झंडा बुलंद कर दिया है और हालत ये हो गई है कि ट्रंप जिसे ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ बता रहे हैं उसके लिए मस्क ने ‘किल द बिल’ का नारा देते हुए यहां तक कह दिया है कि जो भी इस बिल का विरोध करेगा मैं उसका समर्थन करूंगा. मस्क की यह घोषणा इसलिए बहुत बड़ी मानी जा रही है क्योंकि ट्रंप को मिडटर्म इलेक्शन का भी सामना करना है. ट्रम्प बनाम एलन मस्क यूं तो सत्ता के पहले दिन से ही शुरू हो गया थाा या कहें कि 20 जनवरी को ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले ही दोनों का आमना सामनाा हो चुका था और इसी के चलते DOGE के को चीफ बनाए गए विवेक रामास्वामी ने बिना कोई काम किए ही इस्तीफा दे दियया था लेकिन फिर भी दोनों समझौते के साथ आगे बढ़ते रहे. 31 मई को मास्क का कार्यकाल ख़त्म होते ही दोनों के बीच की उठापटक सामने आ गई. ट्रंप के पसंदीदा बिग ब्यूटीफूल बिल को लेकर मस्क कह रहे हैं कि अमेरिकी टैक्सपेयर्स के लिए यह बुरा सपना है और यह उस कॉन्सेप्ट के ही खिलाफ है जिसके लिए वो ट्रंप के साथ जुड़े थे. यह बिल हाउस से पास हो चुका है और सीनेट में अभी इसका पास होना बाकी है.
रक्षा क्षेत्र से लेकर घुसपैठियों को बाहर करने के ख़र्च ट्रंप बेतहाशा बढ़ा रहे हैं और गोल्डन डोम का खर्च भी अमेरिकी टैक्स पेयर्स को ही चुकाना है. मस्क की नाराज़गी का एकमात्र कारण खर्च वाला मसला नहीं है बल्कि उन्हें टेस्ला पर लगने वाले नए टैक्सेशन को लेकर भी चिंता है क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों पर टेक्स क्रेडिट भी ख़त्म हो रहा है और ई गाड़ियां महंगी होना तय है. दूसरी वजह यह भी है कि ट्रंप ने चीन पर जिस तरह से टैरिफ को लेकर पंगा किया उसका नुकसान भी मस्क को काफी बड़ा चुकाना पड़ा. लोकल और मिडटर्म इलेक्शन में यदि मस्क वाकई बिल के समर्थन करने वालों के ख़िलाफ़ फंडिंग करते हैं तो ट्रंप और मस्क की उलझन का नया अध्याय शुरु हो जाएगा.