April 30, 2025
वर्ल्ड

Assange को 1900 दिन बाद ब्रिटिश जेल से रिहाई

असांजे और अमेरिका के बीच हुआ समझौता

अमेरिकी जासूसी के आरोपों में विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे ने सालों जेल में गुजारे लेकिन अब उन्हें आजाद हवा नसीब हो गई है. मंगलवार को पांच साल बाद लंदन की जेल से एक समझौते के बाद रिहा कर दिया गया. उन्होंने समझौते के तहत जासूसी की बात स्वीकारी है. 52 साल के असांजे ने अमेरिका के साथ जो समझौता किया है उसमें अमेरिका की साइपन कोर्ट में खुफिया दस्तावेजों को पाने के लिए साजिश के आरोप को मानेंगे. इसके बाद असांजे को 62 महीने (5 साल 2 महीने) जेल की सजा सुनाई जाएगी, जो वे पहले ही भुगत चुके हैं. जूलियन ब्रिटिश जेल में 1901 दिन रह चुके हैं. समझौते के बाद उन्हें ब्रिटेन की बेलमार्श से निकाला गया. यहां से वे सीधे ऑस्ट्रेलिया चले गए. विकीलीक्स ने असांजे की रिहाई की जानकारी देते हुए लिखा ‘जूलियन असांजे इज फ्री.’ वहीं जूलियन की पत्नी स्टेला ने समर्थकों का धन्यवाद देते हुए कीहा है कि उनके पास समर्थकों के लिए शब्द कम पड़ रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई नागरिक असांजे ने 2010-11 में हजारों क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट्स को सार्वजनिक कर दिया था. इसमें अफगानिस्तान और इराक युद्ध से जुड़े दस्तावेज भी थे. इनसे उन्होंने अमेरिका, इंग्लैंड और नाटो की सेनाओं पर युद्ध अपराध सामने रखे थे. जिसमें रेप, टॉर्चर और सरेंडर कर चुके लोगों को मारने जैसे अपराध शामिल थे. 2010-11 में विकीलीक्स के खुलासे के बाद अमेरिका ने आरोप लगाया था कि जूलियन असांजे ने उनके देश की जासूसी की है. उसने सीक्रेट राइल को पब्लिश कर दिया, जिससे कई लोगों का जीवन खतरे में आ गया था. गिरफ्तारी के डर से 7 साल तक इक्वाडोर दूतावास के बाहर कदम नहीं रख सके असांजे को 2010 में स्वीडन की अपील पर लंदन में गिरफ्तार किया गया था. उन पर स्वीडन की दो महिलाओं ने रेप का आरोप लगाया था. असांजे ने इन आरोपों को उनके खिलार अमेरिका का षड्यंत्र बताया था. असांजे का आरोप था कि वे स्वीडन का इस्तेमाल कर उसे पकड़ना चाहते हैं इसलिए आरोप लगाएं. स्वीडन भेजे जाने से बचने के लिए असांजे ने 2012 में लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी. वे 2012 से 2019 के बीच इक्वाडोर के दूतावास में ही रहे. 7 साल तक उन्होंने एक कदम एम्बेसी से बाहर नहीं रखा था