America नाम से बनी दो दलीय राजनीति वाले अमेरिका में तीसरी पार्टी
एलन मस्क ने बनाई ‘अमेरिका पार्टी’ बनाते हुए इसके उद्देश्य भी गिना दिए हैं
ट्रंप से टकराव पर पहले ही कहा था कि बिग ब्यूटीफुल बिल पास होते ही अगले दिन बना दूंगा नई पार्टी
एलन मस्क ने दो दलीय राजनीति पर चलने वाली अमेरिकी राजनीति में तीसरी पार्टी की घोषणा करते हुए हलचल मचा दी है. इसे अमेरिका में एक नया अध्याय माना जा रहा है. मस्क ने नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करते हुए इसका नाम है “अमेरिका पार्टी” रखी है. अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस यानी चार जुलाई को उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमेरिका के लोगों से पूछा कि क्या अमेरिका को एक नई राजनीतिक पार्टी की ज़रूरत है. इसके जवाब में 65 प्रतिशत लोगों ने मस्क को ग्रीन सिग्नल दिया और मस्क ने कुछ ही घंटों में अमेरिका पार्टी की घोषणा कर दी.मस्क का मानना है कि डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन पार्टियों में अब कोई फर्क नहीं रह गया है और दोनों एक जैसी ही हैं . मस्क ने अपनी पार्टी के जो मुख्य उद्देश्य गिनाए हैं उनमें सरकारी खर्चों में कटौती, सेना के लिए अधिक ध्यान, ऊर्जा क्षेत्र के प्रतिबंधेां को कम करना, जनसंख्या बढ़ोतरी के प्रयास और अभिव्यक्ति की आजादी की खास कोशिशों जैसी बातों को प्रमुखता से रखा है.
इस सबमें मजे की बात यह है कि मस्क की पार्टी तो चुनाव के मैदान में उतर सकती है लेकिन खुद मस्क राष्ट्रपति बनने के लिए मैदान में नहीं आ सकेंगे क्योंकि उनका जन्म अमेरिका में नहीं हुआ है. अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद II, धारा 1 के अनुसार राष्ट्रपति बनने के लिए अमेरिका में जन्म लेना भी अनिवार्य शर्त है जबकि मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था और उन्हें अमेरिकी नागरिक बने 23 साल ही हुए हैं और ट्रंप तो यह भी दिखवा रहे हैं कि उनकी अमेरिकी नागरिकता में भी कहीं कोई गड़बड़ तो नहीं की गई है वरना उन्हें वापस साउथ अफ्रीका जाने को भी कहा जा सकता है.
मस्क ने पिछले दिनों पास हुए बिल के कानून बन जाने को वित्तीय आत्महत्या और विनाशकारी बताते हुए हर उस सांसद के खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे जिसने ट्रंप के बिल का समर्थन किया है. इस सबके जवब में ट्रंप ने मस्क की कंपनियों को सब्सिडी खत्म करने और मस्क को वापस साउथ अफ्रीका भेजने की धमकी देते हुए कहा है कि मस्क को इतिहास में सबसे अधिक सरकारी सब्सिडी मिली है. वैसे मस्क को तभी डिपोर्ट किया जा सकता है जब उनकी नागरिकता धोखाधड़ी से मिली हुई पाई जाए. ट्रंप और मस्क के टकराव का असर टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों पर भी पड़ा है. टेस्ला के शेयरों में जमकर गिरावट हुई है, यहां तक कि मस्क को इन कंपनियों में निदेशक पद से हटाए जाने तक की खबरें चलने लगी हैं. अब ट्रंप से मस्क का टकराव केवल वैचारिक ही नहीं आर्थिक, रणनीतिक और व्यक्तिगत भी हो चुका है.