June 21, 2025
वर्ल्ड

America के दौरों से दस साल में 578 ऐतिहासिक चीजें वापस आईं

कुछ कृतियां तो चार हजार साल पुरानी भी

प्रधानमंत्री क्वाड में बैठक के लिए अमेरिका पहुंचे तो जो बिडेन की सरकार ने उन्हें ऐसे 297 अनमोल पुरावशेष वापस किए जो तस्करी के जरिए यूएस पहुंचे थे. पिछले दस सालों में अब तक विभिन्न देशों से भारत में 640 ऐसी ऐतिहासिक महत्व की प्रतिमाएं वापस लाई गई हैं. यदि तुलनात्मक तरीके से देखें तो मनमोहन सिंह के दस साल के कार्यकाल में महज एक ऐसी मूर्ति विदेश से भारत लाई गई थी जो ऐतिहासिक महत्व की थी जबकि पिछले दस सालों में लाए गए 640 में से 578 पुरावशेष अकेले अमेरिका से वापस लाए गए हैं.

2021 में अमेरिका ने मोदी को दौर पर 157 ऐसी कृतियां लौटाई थीं जबकि 2023 में उनके दौरे पर ऐसे 157 पुरावशेष लौटाए गए थे. इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति को इस दौर में 297 ऐतिहासिक महत्व वाली जीचें वापस करने पर प्रधानमंत्री ने उन्हें धन्यवाद दिया है और कहा है कि जो वस्तुएँ भारत को लौटाई गई हैं वो हमारी संस्कृति का हिस्सा रही हैं. इन 297 चीजों में कुछ तो 4000 वर्ष पुराना तक हैं. भारत के विभिन्न भागों से चुराई गई मूर्तियों की अलग अलग समय में तस्करी कर उन्हें अमेरिका भेज दिया गया था और ये ही वे ही कलाकृतियां हैं. मध्य भारत से प्राप्त बलुआ पत्थर की अप्सरा मूर्ति 10वीं-11वीं शताब्दी की है तो कांसे की तीर्थंकर प्रतिमा 15-16वीं शताब्दी की है. एक कृति ग्रेनाइट में बनी भगवान कार्तिकेय की 13-14वीं शताब्दी की प्रतिमा है. नटराज की मूर्ति सहित अब तक भारत वापस पहुंचे ऐसे विभिन्न देशों के आर्ट इफेक्ट्स में 40 ऑस्ट्रेलिया से वापस आई हैं जबकि ब्रिटेन ने अब तक 16 ऐतिहासिक महत्व की वस्तुएं लौटाई हैं.