Win Win Situation यानी न हम हारे न तुम जीते
-आदित्य पांडे
यहां खुशी कि पाकिस्तान ने रहम की भीख मांगी, वहां सब खुश कि जीत हमारी हुई
युद्ध में कोई नहीं जीतता, यह ब्रम्ह वाक्य माना जाता है और महाभारत से लेकर कलिंग युद्ध तक को इस बात के पक्ष में खड़ा किया जाता है लेकिन पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष को युद्ध मान लें तो कुछ अजीब परिणाम नजर अ रहे हैं. हर पक्ष खुश है, पाकिस्तान यौम ए तशक्कुर मना रहा है. शाहबाज शरीफ और मुनीर अल्लाह के सदके में पड़े हैं. ऊपर से आईएमएफ लोन मिल जाने की खुशी है ही. भारत यह बोलकर खुश है कि पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया कि वह घुटनों पर आकर रहम की भीख मांगने लगा तब हमने पीटना बंद किया. डोनाल्ड ट्रंप की खुशी का आलम कुछ अलग ही चल रहा है कि सबसे पहले हमने ट्वीट कर लड़ाई बंद कराने का श्रेय ले लिया, यह कौन कम बड़ी बात है. इजराइल खुश है कि उसने अपने दोस्त की लड़ाई के समय सटीक मदद की और चीन खुश है कि भले हमारे हथियार फुस्स हो गए हों लेकिन पाकिस्तान को हमसे और खरीदी करने आना ही पड़ेगा. उसके पास तो खुशी का कारण यह भी है कि उसकी लिखी हुई स्क्रिप्ट पर उसकी कठपुतली ने सही खेल दिखाया. यहां तक कि जो मरकज मिट्टी में मिल गए उनके भी नए बनने वाले सरदार इस बात पर खुश हैं कि पुराने आतंकियों की खेप गई तो नए सिरे से आतंक फैलाने का मौका तो मिलेगा ही, पैसा उगाही का भी अच्छा समय है. बलूचिस्तान की इस संघर्ष से जागी उम्मीदें पूरी नहीं हुईं लेकिन वह इस बात पर तो खुश हो ही सकता है कि उसके आंदोलन की जो आवाज बलूच घाटियों में दब कर रह जाती थी वह दुनिया को सुनाई तो देने ही लगी है इस संघर्ष के फेर में. जिस बारुद के बमों से पाकिस्तानियों की रुह कांप रही थी अब वही पाकिस्तानी उसी बारुद वाली आतिशबाजियां कर रहे हैं. दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि अब भारत से सिंधु और चिनाब के पानी को रोकने वाला फैसला भी पलटा लिया जाएगा.
अंग्रेजी में कहा जाता है ‘विन विन सिचुएशन’, इसमें कोई हारता नहीं और दोनों पक्ष खुश रहते हैं कि हम जीत गए. दोनों पक्षों को खुशी मनाते हुए आम व्यक्ति समझ ही नहीं पाता कि पिछले दिनों जो हुआ वह था क्या? यौम ए तशक्कुर का हिंदी में क्या तर्जुमा करें कि भारत भी अपनी जीत को कोई नाम दे सके, आप मदद कर सकें तो जरुर बताएं.