Mamta Banerjee की पुलिस पर छात्र भरोसा ही नहीं कर पा रहे
विश्व भारती में सुसाइड केस को लेकर पुलिस पर संदेह
आरजी कर अस्पताल वाले मामले के बाद पश्चिम बंगाल की पुलिस पर छात्रों का भरोसा मानो उठ ही गया है, यहां तक कि एक मामले में तो घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने पर छात्रों ने विरोध भी कर दिया कि कहीं पुलिस सबूत न मिटा दे.
विश्व भारती विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड क्रॉफ्ट की तीसरे वर्ष की छात्रा 24 वर्षीय अनामिका सिंह ने सुसाइड कर लिया, पहले तो छात्रा को अस्पताल ले जाया गया लेकिन जब डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घ्छटना के बाद जब पुलिस कमरे में गई तो छात्राओं ने पुलिस से पूछा कि विश्वविद्यालय की ओर से यहां कोई मौजूद क्यों नहीं है. वहां मौजूद छात्राओं ने कहा कि पुलिस ने आरजी कर वाले मामले की ही तरह यहां भी सबूत नष्ट कर दिए हैं. छात्राओं ने पुलिस की मंशा पर संदेह जताते हुए कहा कि बिना विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों को साथ लिए लड़कियों के छात्रावास में घुसने के बाद पुलिस घटनास्थल को उसी तरह खराब कर सकती थी जैसे ट्रेनी डॉक्टर के मामले में हुआ था और हमें संदेह है कि पुलिस ने ठीक वही काम किया है. वैसे विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार का कहना है कि हमें अस्पताल से छात्रावास पहुंचने में समय लगा और हमसे पहले पुलिस इसलिए पहुंची ताकि जांच में देरी न हो.