May 8, 2025
देश दुनिया

Wayanad के भूस्खलन पर शाह-विजयन आमने सामने

राहुल ने मौसम खराब बताकर जाना टाला

वायनाड में लैंडस्लाइड के बाद मरने वालों की संख्या 243 तक पहुंच चुकी है और जैसे जैसे यह संख्या बढ़ रही है वैसे वैसे इस पर राजनीति भी तेज होती जा रही है.लैंडस्लाइड सोमवार देर रात 2 बजे और 4 बजे के करीब मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में हुआ था. आर्मी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीमें रेस्क्यू करते हुए हजारों लोगों का सुरक्षित जबगहों पर पहुंचा चुकी हैं लगभग 3 हजार लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है.

इस बीच यहां हुई मौतों का मामला संसद में भी गरमा गया. मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए जब इस पर बात शुरु हुई तो विपक्ष ने सारा आरोप केंद्र सरकार पर लगाया, इसके जवाब में अमित शाह बोलने खड़े हुए तो उन्होंने बताया कि केरल को बार बार चेतावनी दी गई लेकिन विजयन सरकार ने कोई कदम ही नहीं उठाए. शाह ने कहा कि 23-24 जुलाई को ही केरल सरकार को अलर्ट एक के बाद एक भेजे गए थे, सरकार समय रहते चेत जाती तो इतनी जनहानि नहीं होती. संसद में तेजस्वी सूर्या ने भी इस मामले पर बात रखते हुए राहुल गांधी को निशाने पर लिया और कहा कि उन्होंने एक बार भी इस पर बात नहीं की. उधर शाह के बयान पर केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने शाह के दावों को गलत बता दिया और कहा कि यह अपने दोष दूसरों पर मढ़ने की कोशिश है. विजयन का कहना है कि मौसम विज्ञान विभाग ने जिले के लिए सिर्फ ऑरेंज अलर्ट दिया था जबकि यहां 500 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई, जो किसी भी पूर्वानुमान से बहुत अधिक थी.

यह सारी बातें चल ही रही थीं कि एक नया तथ्य यह भी सामने आ गया कि पिछले साल इसरो ने एक मैप जारी कर बताया था कि देश के 30 जगहों पर भूस्खन की सबसे ज्यादा संभावना बनती है और इनमें से 10 केरल की हैं. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल एंड पब्लिक हेल्थ की एक रिपाकेर्ट कहती है कि 1950 से 2018 के बीच वायनाड में 62 फीसदी जंगल गायब हो गए हैं और यहां भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं.