April 19, 2025
देश दुनिया

Waqf की पहली जमीन कौन सी थी, क्या है वकिफा

जानिए वक्फ की पहली संपत्ति और उसके उपयोग के बारे में
संसद में पेश किए गए वक्फ संशोधन को लेकर खूब बातें चल रही है. अकेले भारत में 865644 संपत्तियां हैं जो लगातार बढ़ ही रही हैं लेकिन क्या यह आपको पता है कि वक्फ शब्द अरबी मूल के शब्द वकुफा से बना हुआ है. अरबी में वकुफा का मतलब होता है ठहरना या रोकना. यही वजह है कि इस्लाम के नियमों के तहत जब कोई व्यक्ति पूरी तरह मजहबी वजहों से संपत्ति दान दे और इस शर्त पर दे कि इसका उपयोग सिर्फ मजहब के लिए ही किया जाएगा तो इसे वक्फ संपत्ति कहते हैं. जरुरी नहीं कि यह संपत्ति मकान, दुकान या जमीन ही हो बल्कि पैसा या बहुमूल्य धातु भी वक्फ हो सकती है.
इस्लाम के मुताबिक वक्फ की संपत्ति को अल्लाह की संपत्ति मान कर उसी हिसाब से इसका नियोजन किया जाता है. वक्फ के लिए संपत्ति देने वाले को वकिफा कहा जाता है. एक बार वक्फ घोषित कर दी गई संपत्ति को बेचने का अधिकार किसी को नहीं होता. ऐसी संपत्तियों को सिर्फ मजहब के काम में लिया जा सकता है. वक्फ संपत्ति का पहला जिक्र पैगंबर हजरत मुहम्मद के समय का मिलता है जिसमें बताया गया है कि 600 खजूर के पेड़ों का एक बगीचा वक्फ बतौर दिया गया था. इस तरह यह जमीन ही सबसे पहली वक्फ संपत्ति थी. इस जमीन और इसके पेड़ों से होने वाली आमदनी से मदीना के गरीबों की मदद होती थी. भारत में पहली बार वक्फ को लेकर 1954 एक्ट बना जिसे 1995 में फिर सुधारा गया. कई सारी औपचारिकताओं को पूरी करते हुए आखिर नए नियमों के साथ संशोधन करने वाला वक्फ बिल 2 अप्रैल 2025 को सरकार ने संसद में पेश किया है.