August 2, 2025
देश दुनिया

Vijay Mallya ने कहा सरकार ने मुझसे ज्यादा वसूली कर ली, यह न्याय नहीं है

माल्या का कहना है कि भारत में व्यापारिक नुकसान को धोखाधड़ी माना जाता है जबकि मुझे वाकई किंगफिशर को लेकर व्यापारिक दिक्कतें आई थीं

सांसद रह चुके कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर भारतीय व्यवस्था और अपने बकाए को लेकर की जा रही बातों पर बहस छेड़ दी है. माल्या का कहना है कि निष्पक्ष सुनवाई हो तो वो भारत लौटकर यह बताने को तैयार हैं कि उन्हें कोई घोटाला नहीं किया बल्कि उन्हें बिजनेस में नुकसान हुआ था और जितना उनका बकाया था उसे ज्यादा सरकार उनकी संपत्तियों स वसूल कर चुकी है. एक इंटरव्यू में माल्या ने ब्रिटेन में ही रुक जाने और वापस भारत न आने पर खुलकर अपनी सफाई दी. माल्या का कहना है कि मुझ पर यह आरोप लगाया जाता है कि मैं 2016 में भारत से भाग कर जब ब्रिटेन आया तो 9,000 करोड़ रुपये का लोन नहीं चुका पाया जबकि सच यह है कि सरकारें खुद बता रही हैं कि मेरी संपत्ति बेचकर 14100 करोड़ से भी ज्यादा की वसूली कर ली है जबकि डीआरटी के आदेश के मुताबिक मुझे सिर्फ 6203 करोड़ की देनदारी चुकानी थी. भारत वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि निष्पक्षता का पक्का आश्वासन मिले तो मैं भारत लौट आने पर गंभीरता से सोचूंगा. माल्या ने भारत की व्यवस्थाओं को लेकर कहा कि वे बस आपको बंद कर देते हैं और चाबी फेंक देते हैं. यह न्याय नहीं है. माल्या जो कह रहे हैं उन बातों का भारत के कुछ कारोबारी समर्थन भी कर चुके हैं जिसमें हर्ष गोयनका भी शामिल हैं जिनका कहना है कि माल्या की यदि सारी देनदारी चुक गई हैं तो उन्हें भगोड़ा कहा जाना गलत है क्योंकि उनके बड़े घपलेबाज तो खुले घूम रहे हैं.
माल्या ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आप मुझे भगेड़ा कह रहे हैं कह लीजिए लेकिन ‘चोर’ कहेंगे तो बताना पड़ेगा कि चोरी कहां है. माल्या ने दोहराया कि व्यापारिक विफलता को धोखाधड़ी के बराबर माना जाना अनुचित है.