Unesco World Heritage में ओरछा भी होगा
प्रदेश की चौथी जगह होगी यूनेस्को की स्थायी सूची में
यदि अयोध्या में बाल रुप श्रीराम के बसने की बात कही जाती है तो राजा रुप में श्रीराम का स्वरुप मध्यप्रदेश की राम राजा नगरी ओरछा में ही अवस्थित माना जाता है. इस शहर को अब प्रदेश की चौथी वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने का मौका मिला है. यूनेस्को ने ओरछा से जुड़े दस्तावजों को डॉजियर बतौर स्वीकार कर लिया है. यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की टेम्पररी लिस्ट में शामिल ओरछा को परमानेंट लिस्ट में
शामिल करने के उद्देश्य से डॉक्यूमेंटेशन पिछले साल पूरा कर यूनेस्को को भेजा गया था. 2027-28 के लिए केंद्रने ओरछा को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित करने की अनुशंसा यूनेस्को से की है.
यूनेस्को के पेरिस स्थित ऑफिस में भारतीय राजदूत ने यूनेस्को विश्व विरासत केंद्र के निदेशक को ओरछा संबंधी सभी डोजियर सौंपे. अब तक प्रदेश से खजुराहो, भीमबेटका और सांची स्तूप ही स्थाई सूची में शामिल हैं.