August 14, 2025
देश दुनिया

Trump का मंदिर और पूजा पाठ पर सवाल

2019 से चली आ रही है तेलंगाना के इस मंदिर में ट्रंप की पूजा

मंदिरों की भारतीय विरासत यूं तो विदेशों तक फैली है लेकिन यदि आपने तेलंगाना के ट्रंप मंदिर के बारे में नहीं सुना है तो यह कहानी आपको रोचक लगेगी कि जनगांव जिले में ट्रंप का बाकायदा मंदिर है जिसमें 2019 यानी इसके बनने के समय से पूजा पाठ होती है. हालांकि अब इस मंदिर के भविष्य पर सवाल हैं क्योंकि जिन किसान बुस्सा कृष्णा ने इसे बनवाया था वो अब दुनिया से जा चुके हैं और पिछले पांच सालों में ट्रंप की भारत के प्रति सोच इतनी बदल चुकी है कि इस मंदिर के अस्तित्व पर ही सवाल उठाए जा रहे हैं.
हुआ यूं कि 2018 में कृष्णा ने सपने में ट्रंप को देखा. आध्यात्मिक संकेत मानकर बुस्सा ने अपने पूजा कक्ष में पहले तो ट्रंप की एक तस्वीर लगाई लेकिन धीरे धीरे आस्था इतनी बढ़ी कि उन्होंने ट्रंप का मंदिर ही बना दिया. 2019 में अपनी जेब के दो लाख खर्च कर उन्होंने ट्रंप की छह फुट ऊँची मूर्ति लगवाई और विधि विधान से पूजन शुरु करा दिया. ट्रंप की मूर्ति को दूध से स्नान कराया जाता और फिर सिंदूर का लेप भी होता. जब ट्रंप कोविड में घिरे तो बुस्सा ने उनके स्वस्थ होने के लिए उपवास किए लेकिन अगले ही साल यानी 2020 में 33 साल के बुस्सा कृष्णा को ब्रेन स्ट्रोक आया और उन्हें बचाया नहीं जा सका. इसके बाद ग्रामीणों ने और बुस्सा के रिश्तेदारों ने ट्रंप पूजा का काम जारी रखा. अब एक बार फिर ट्रंप सत्ता में आ गए हैं लेकिन इस बार भारत के प्रति उनके तेवर काफी बदले हुए हैं इसके चलते ग्रामीणों ने यहां पूजन पाठ से हाथ खींचना शुरु कर दिया है. जिसने सपने के आधार पर ट्रंप का मंदिर बनाया वह इस दुनिया में नहीं है और खुद ट्रंप इतने बदल चुके हैं कि बुस्सा जीवित होते तो शायद वो भी इस मंदिर के अस्तित्व पर दोबारा सोचते.