July 11, 2025
देश दुनिया

The Wire से भी मांगे मानवाधिकार आयोग ने जवाब

पूछा- उमर राशिद पर क्रूरता और रेप संबंधी शिकायतों के बाद प्रबंधन ने क्या कदम उठाए

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग यानी एनएचआरसी ने उमर राशिद मामले में मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 की धारा 12 के तहत खुद संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को पांच जून तक कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है. खास बात यह है कि इसमें सिर्फ उमर नहीं बल्कि द वायर की भी जिम्मेदारी तय करने की बात कही गई है और यह जानना चाहा है कि मैनेजमेंट ने इसे लेकर अब तक क्या किया है. ‘द वायर’ के पत्रकार उमर राशिद पर उनकी साथी रही एक महिला ने गुमनाम रहने की इच्छा जताते हुए बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
एनएचआरसी में शिकायत दर्ज कराते हुए शिकायतकर्ता ने ‘द वायर’ पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए आंतरिक जाँच को दिखावा बताया है. शिकायतकर्ता ने साफ कहा है कि आरोपितों को बचाने की कोशिशें की जा रही हैं. इस संदर्भ में आयोग ने ‘द वायर’ मैनेजमेंट को से पूछा है कि क्या प्रबंधन ने इन गंभीर आरोपों को लेकर पुलिस शिकायत दर्ज कराने और गंभीर आरोपों के बारे में विशेष रूप से अधिकारियों को सूचित करने के बारे में प्रबंधन से जवाब मांगा है. मानवाधिकार आयोग ने यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के प्रावधानों के तहत की जाने वाली जाँच के बारे में भी सवाल पूछा है. उमर पर पिछले दिनों उसकी साथी ने ही कई आरोप लगाते हुए बताया था कि किस तरह उसके साथ क्रूर, अमानवीय और धार्मिक पहचान को लेकर आहत करने वाले कृत्य किए गए थे. पीड़िता ने यह भी बताया कि उमर ने उसका इस हद तक शोषण किया कि उसे बार बार गर्भपात कराना होता था और उसे प्रताड़ना की अति तक बुरा सहन करना पड़ा था.