TejPratap का सोशल मीडिया क्या वो खुद चलाते हैं?
तेजस्वी के यहां बेटे का जन्म, पूरा लालू कुनबा कोलकाता में लेकिन तेजू वाले सवाल पर सबकी चुप्पी
लालू के बेटे को राजद से निकाले जाने के मामले पर नित नए खुलासे हो रहे हैं और मजे की बात यह है कि इनमें से ज्यादातर खुलासे लालू कुनबे के आसपास से ही आ रहे हैं. तेजप्रताप यादव द्वारा 12 साल पुराने रिलेशन को स्वीकार करने के मामले में एक सनसनीखेज बात यह कही जा रही है कि तेजप्रताप के उस सोशल मीडिया का अकाउंट तेजस्वी की टीम ही संचालित करती है जिस पर इस प्यार की घोषणा के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई. तेजप्रताप को छोड़कर लगभग पूरा लालू कुनबा तेजस्वी के परिवार में आए नए सदस्य का स्वागत करने कोलकाता पहुंच गया है जहां तेजस्वी का नवजात बेटा है. यहां पहुंचे परिवार के किसी सदस्य ने तेजू मामले में कुछ भी नहीं कहा लेकिन तेजू की पत्नी ऐश्वर्या के सवाल हवा में तैर ही रहे थे कि यह दावा सामने आ गया कि तेजप्रताप का सोशल मीडिया अकाउंट का एक्सेस भी टीम तेजस्वी के पास है.
दरअसल यह बात लंबे समय से चली आ रही है कि तेजस्वी और तेजप्रताप के बीच की दरार तब से लगातार चौड़ी ही हुई है जब से लालू ने अपनी राजनीतिक विरासत का सबसे बड़ा हिस्सा तेजस्वी को टोटा होने के बाद भी सोंप दिया जबकि तेजप्रताप को सत्ता के दौरान या उससे पहले और बाद में सिर्फ बहलाव के पद या जिम्मेदारी मिलीं. तेजस्वी ने तेजप्रताप के बारे में सवाल पूछे जाने पर यही कहा कि हम ऐसी चीजें पसंद नहीं करते हैं लेकिन ‘ऐसी चीजें’ क्या हैं यह उन्होंने नहीं बताया. यदि उनका मतलब प्यार वाले मामले से है तो खुद तेजस्वी ने परिवार के विरोध के बाद भी ईसाई लड़की से शादी की और बमुश्किल उसे लाालू परिवार ने घर की बहू माना था लेकिन बाद में तेजस्वी और उनकी पत्नी ने पूरी लालू विरासत पर ऐसा कब्जा किया कि तेजप्रताप हर बार दरकिनार होते गए. इस मामले में यह बात भी सामने आई है कि 29 तारीख को तेजू के तलाक वाले मामले की पेशी है. तेजू ने कोर्ट की तारीख से कुछ ही पहले अपने प्यार का इजहार करने वाला वीडियो डाला हो इस बात से ज्यादा संभावना तो यही लगती है कि तेजू का सोशल मीडिया अकाउंट कोई और ऑपरेट कर रहा हो, जो उनकी राजनीतिक संभावनाएं खत्म करना चाहता हो. इस मुद्दे पर सवाल पूछने वालों में ऐश्वर्या तो थीं ही अब लालू के साले भी सवाल उठा रहे हें और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने तो किसी सिन्हा साहब का जिक्र कर मामले को और पेचीदा बना दिया है.