October 19, 2025
देश दुनिया

Sonam की बातें भड़काऊ और हिंसा फैलाने वाली थीं- हलफनामा

वांगचुक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा- लेह प्रशसन का हलफनामा
लद्दाख में पिछले दिनों हुई गड़बड़ियों को लेकर जेल में बंद सोनम वांगचुक को लेकर लेह प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा दिया है उसमें गंभीर आरोपों के साथ बताया गया है कि कैसे वो राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा बन चुके हैं. वांगचुक की पत्नी गीतांजलि ने सोनम पर एनएसए लगाकर गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लेने पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी थी. इसी के जवाब में लेह जिला मजिस्ट्रेट ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया. प्रशासन ने वांगचुक को हिरासत में लेने के निर्णय को कानूनन सही और पर्याप्त सबूतों के आधार पर लिया गया फैसला बताया है. हिरासत के लिए सभी कानूनी औपचारिकताओं व प्रक्रियाओं के पालन की जानकारी देते हुए सुप्रीम कोर्ट को बताया गया है कि 26 सितंबर को हिरासत में लेते समय ही सोनम को यह जानकारी दी गई थी कि उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980 के तहत हिरासत में लिया गया है और उन्हें जोधपुर सेंट्रल जेल भेजे जाने की सूचना भी दी थी. ये दोनों जानकारी वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो को भी तत्काल एसएचओ ने फोन पर दी थीं. इस तरह प्रशासन ने याचिका के आरोपों को झूठा और भ्रामक बताया. हलफनामे में बताया गया कि 24 सितंबर को लद्दाख में हुई हिंसक झड़पों में वांगचुक की भूमिका साफ थी. वांगचुक के उकसावे पर स्थिति बिगड़ी और हिंसा भड़की जिसमें चार लोगों की मौत हुई और कुछ घायल हुए.
हलफनामे में कहा गया है कि वांगचुक की संदिग्ध गतिविधियां लंबे समय से संज्ञान में थीं और उन पर कार्रवाई आवश्यक था क्योंकि बात राष्ट्र की सुरक्षा को प्रभावित करने की हो चुकी थी.