October 4, 2025
देश दुनिया

SIR के बाद बिहार में 7.42 करोड़ मतदाता बचे

69.29 लाख वोटर्स के नाम कटे और 21.53 लाख के नाम जुड़े

बिहार में मतदाता सूची की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) की फाइनल लिस्ट जारी कर दी गई है और इसके हिसाब से राज्य के कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 करोड़ हो गई है. जून 2025 से शुरू हुई थी इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को सटीक, पारदर्शी रखते हुए अपडेट करना था. फर्जी, दो जगह शामिल या स्थानांतरित मतदाताओं को हटाकर नए योग्य मतदाताओं को सूची में शामिल करने की इस प्र्रिया को लेकर विपक्ष ने खूब हंगामा भी किया.
एसआईआर शुरू होने से पहले बिहार में कुल 7.89 करोड़ वोटर्स थे. पहले ड्राफ्ट में यह आंकड़ा 7.24 करोड़ हुआ यानी तब 65.63 लाख नाम हटे बाद में 17 लाख पुनः सूची में जुड़े. जबकि फाइनल लिस्ट में 69.29 लाख नाम हटे हैं, जबकि 21.53 लाख नए नाम जुड़े हैं. अब बिहार में मतदाता संख्या 7.42 करोड़ है. फाइनल लिस्ट को लेकर आयोग ने बताया है कि 22.34 लाख मृत लोगों के नाम हटे हैं और 6.85 लाख लोगों के नाम दो जगह दर्ज होने के चलते एक स्थान पर समायोजित हुए. 36.44 लाख लोग नए पते पर थे जहां उके नाम शामिल हुए.
पटना जिले में सबसे ज्यादा नए मतदाता जुड़े हैं जो 1,63,600 हैं जबकि सारण में सवा दो लाख के आसपास मतदाता कम हुए हैं. एसआईआर प्रक्रिया में 2003 के बाद पहली बार मतदाता सूची का इतना सूक्ष्म पुनरीक्षण हुआ है. चुनाव आयोग का यह कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है. मतदाता सूची की शुद्धता न केवल निष्पक्ष चुनाव की गारंटी देती है, बल्कि नागरिकों के अधिकारों की रक्षा भी करती है. एसआईआर से यह तय किया गया कि केवल योग्य नागरिक ही मतदान प्रक्रिया में भाग लें. बिहार जैसे बड़े और विविध राज्य में इस तरह की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम देना प्रशासनिक दक्षता और तकनीकी समन्वय का प्रमाण है. आगे भी मतदाता सूची को समय-समय पर अपडेट किया जाएगा, ताकि लोकतंत्र की नींव मजबूत बनी रहे.