April 19, 2025
देश दुनिया

Pitroda को नस्लवादी टिप्पणी पर कांग्रेस ने हटाकर फिर उसी पद पर बुलाया

कांग्रेस के नेता और राजीव गांधी के मित्र रहे सैम पित्रोदा कांग्रेस के थिंक टैंक माने जाते हैं लेकिन चुनाव से पहले उन्होंने कुछ बयान दिए जिनके चलते कांग्रेस ने चुनाव चुनाव तक के लिए उनसे किनारा कर उन्हें इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रेसिडेंट पद से हटा दिया था लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद उन्हें फिर उसी पद पर नियुक्ति दे दी गई है. सैम पित्रोदा का वह बयान काफी चर्चा में रहा था जिसमें वे भारतीयों पर नस्लवादी टिप्पणी कर रहे थे. उन्हें वापस उसी पद पर लिए जाने की बात मोदी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहते हुए यहां तक बोला था कि सैम का इनहैरिटेंस टैक्स को लेकर दिया गया बयान हो या हुआ तो हुआ वाला प्रसिद्ध बयान, ये सब कांग्रेस की सोची समझी रणनीति के तहत पित्रोदा से दिलाए गए हैं और उनके बिना कांग्रेस का काम चलने वाला नहीं है इसलिए उन्हें चुनाव के बाद फिर काम सौंप दिया जाएगा. ठीक वही हुआ भी है, 26 जून को केसी वेणुगोपाल के हस्ताक्षर से जो आदेश जारी हुआ है उसमें न सिर्फ पित्रोदा की फिर से नियुक्ति की बात है बल्कि तत्काल प्रभाव से नियुक्ति की बात है. राहुल गांधी के सबसे मुख्य सलाहकारों में सैम की गिनती होती है और उन्हें विपक्ष का नेता बनाए जाने के कुछ ही घंटों में यह नियुक्ति सरफ संदेश है कि कांग्रेस से सैम कभी दूर नहीं किए गए थे बल्कि उन्हें सिर्फ दिखावे के लिए कुछ समय के लिए बाहर किया गया था.