August 10, 2025
देश दुनिया

RG Kar मामले में प्रदर्शन, मृतका की मां पर भी लाठीचार्ज

ममता बनर्जी के लिए क्यों बनता जा रहा है सियासी सिरदर्द
पश्चिम बंगाल की राजनीति में आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस एक ऐसा मुद्दा बन चुका है, जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए लगातार मुश्किलें खड़ी कर रहा है. 9 अगस्त 2025 को इस मामले की पहली बरसी पर कोलकाता में हुए प्रदर्शन ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
धरना स्थल पर बीजेपी नेताओं के साथ पीड़िता के माता-पिता भी मौजूद थे. पुलिस की कार्रवाई में पीड़िता की माँ को गंभीर चोटें आईं. उन्होंने आरोप लगाया कि महिला पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बर्बरता की और उनकी पारंपरिक चूड़ियाँ तोड़ दीं. यह दृश्य भावनात्मक रूप से झकझोर देने वाला था और ममता सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल उठाता है.
इस मामले में पहले ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. मुख्य आरोपी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा मिल चुकी है. लेकिन पीड़िता के परिवार का आरोप है कि जांच में लापरवाही बरती गई और कई सवाल अब भी अनुत्तरित हैं.
ममता बनर्जी के लिए यह मामला इसलिए सिरदर्द बनता जा रहा है क्योंकि—

  • यह महिला सुरक्षा से जुड़ा है, जो किसी भी सरकार के लिए संवेदनशील मुद्दा होता है.
  • पीड़िता की माँ ने सीधे मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए हैं, जिससे मामला व्यक्तिगत स्तर पर पहुंच गया है.
  • प्रदर्शनकारियों की संख्या और आक्रोश यह दिखाता है कि जनता इस मुद्दे को लेकर बेहद गंभीर है.
  • विपक्ष इसे ममता सरकार की विफलता के रूप में प्रचारित कर रहा है, जिससे राजनीतिक दबाव बढ़ रहा है.
    एक साल बाद भी जब न्याय अधूरा महसूस हो रहा है और पीड़िता के माता-पिता को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है, तो यह ममता सरकार की छवि पर गहरा असर डालता है. यही वजह है कि आरजी कर मामला अब सिर्फ एक आपराधिक केस नहीं, बल्कि ममता बनर्जी के लिए एक राजनीतिक संकट बन चुका है.