Ratan Tata की वसीयत में किसे क्या मिला
प्रिय कुत्ते टीटो के लिए 12 लाख अलग से रखे, कुक को उसकी देखभाल की जिम्मेदारी का अलग पैसा
उद्योगपति रतन टाटा की जो वसीयत सामने आई है वह बताती है कि वे किस कदर संवेदनशील और दूसरों के बारे में सोचने वाले रहे. रतन टाटा ने अपनी वसीयत में अपने कमउम्र दोस्त व सहायक शांतनु नायडू का एक करोड़ से ज्यादा का कर्ज माफ करते हुए उनके लिए धन की व्यवस्था तो रखी ही अपने घर में काम करने वालों और ड्राइवरों को भी अलग से पैसे देने की व्यवस्था रखी. कार साफ करने वाले और होम हेल्प जैसे कर्मचारियों के बीच बांटने के लिए उन्होंने 3.5 करोड़ से ज्यादा का प्रावधान किया. टाटा ने अपने एक पड़ोसी को दिया हुआ कर्ज भी माफ कर दिया. लंबे समय से टाटा का खाना बनाते रहे राजन शॉ को 1 करोड़ रुपये दिए गए. टाटा की सचिव रहीं डेलनाज़ गिल्डर को 10 लाख रुपये वसीयत से मिले. टाटा के पसंदीदा ड्राइवर रहे राजू लियोन को वसीयत में कर्ज माफी सहित लगभग 20 लाख रुपए दिए गए.
टाटा ने अपने प्रिय जर्मन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते टीटो की जिम्मेदारी राजन शॉ को सोंपते हुए उसके लिए अलग से 12 लाख रुपये रखे. टाटा की संपत्ति में से 33 प्रतिशत हिस्सा पूर्व ताज कर्मचारी मोहिनी दत्ता के पास गया है. सेशेल्स की कीमती जमीन सिंगापुर-पंजीकृत फंड आरएनटी एसोसिएट्स को दी गई है. टाटा की दो सौतेली बहनों शिरीन जेजीभॉय और दीना जेजीभॉय को भी हिस्सा दिया गया. जबकि दोस्त मेहली मिस्त्री को अलीबाग के बंगले का स्वामित्व दिया गया है. टाटा ट्रस्ट के दारियस खंबाटा को वसीयत के अनुसार बंटवारा करने के लिए नियुक्त किया गया. टाटा ने वसीयत में यह भी कहा था कि उनके अंतिम संस्कार और अन्य रस्मों का खर्च उनकी संपत्ति से हो जबकि उनके अंतिम संस्कार पर मात्र 2,500 रुपये का खर्च सामने आया है.