Ranya Rao जांच एजेंसियों को गुमराह कर रही
सौतेले पिता ने कोर्ट में कहा कि उनकी बेटी का नाम टीआरपी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा
14 किलो सोने की तस्करी के मामले में गिरफ्तार कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव ने डीआरआई की पूछताछ में कहा है कि न वह एयरपोर्ट पर सोना देने वाले को जानती है और न ही उसे लेने वाले के बारे में कुछ पता था, उसे बस इतना बताया गया था कि एयरपोर्ट पर उसे यह सोना एक ऑटो में रख देना है.
इस बीच रान्या के सौतेले पिता और पूर्व डीजीपी रामचंद्र राव ने अदालत से कहा है कि मीडिया टीआरपी के लिए उनकी बेटी के नाम का इस्तेमाल कर रहा है जिसे रोका जाना चाहिए. रान्या राव से DRI की पूछताछ में कुछ खास बात निकल कर नहीं आ पा रही है क्योंकि रान्या गुमराह करने के सारे तरीके अपना रही है. उसने कहा है कि तस्करी का सोना दुबई एयरपोर्ट पर उसे जिस शख्स ने दिया उसे भी वह नहीं पहचानती और बेंगलुरु में वह किसे देना था इसके बारे में भी उसे जानकारी नहीं थी. रान्या का कहना है कि मुझे दो हफ्ते तक विदेशी नंबर से कॉल आते रहे. मुझे इंस्ट्रक्शन मिले कि मैं दुबई एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 के गेट A पर पहुंचने को कहा गया जो एक लंबे से व्यक्ति ने आकर दिया और बेंगलुरु में इसे एक ऑटो में रखने को कहा गया. ररान्या का कहना है कि उसने इसे कपड़ों में छुपाने का तरीका यूट्यूब से सीखा और वह पहली ही बार तस्करी कर रही थी. रान्या का कहना है कि वह अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों में जाती थीं लेकिन वह तस्करी के लिए पहली बार गई थी. जांच एजेंसियों को इन बातों पर इसलिए भरोसा नहीं है क्योंकि पहली ही बार में यूट्यूब से सीखकर कोई 14 किलो सोने की तस्करी कर डाले और वह भी अनजान व्यक्ति से लेकर बेंगलुरु में ऑटो में रख देने के लिए. हालांकि अब रान्या के सौतेले पिता का प्यार उनके प्रति जाग उठा है और वे अदालत में इससे जुड़ी खबरों की रिपोर्टंग रुकवाने के लिए पहुंचे हैं जिसमें अदालत ने उन्हें कुछ हद तक राहत भी दी है.