June 28, 2025
देश दुनिया

Puri Rath Yatra भगदड़ में कई घायल, आठ गंभीर, अब कल बढ़ेंगे रथ

लाखों लोगों की भीड़ चाहती है कि जैसे भी हो रथ को या उसे खीचें जाने वाले रस्से को छू भर लें, इसी में होती है गड़बड़

ओडिशा की विश्व प्रसिद्ध पुरी रथ यात्रा में उमड़ी भीड़ में अफरातफरी के चलते कई लोगों के घायल होने की खबर है, इनमें से कुछ की हालत गंभीर है और इन सभी का ईलाज जारी है. बताया जाता है कि भगवान बलभद्र के रथ ‘तालध्वज’ को खींचने के लिए बहुत बड़ी संख्या में लोग एक साथ उमड़े. इस प्रक्रिया में हजारों श्रद्धालु रस्सी को छूने और रथ खींचने में लड़खड़ाते चले गए. एक के बाद एक कई लोगों के गिरने से भगदड़ की स्थिति बन गई. इस घटना में गंभीर रुप से घायल लोगों की संख्या आठ बताई गई है. पुरी रथ यात्रा को भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है और हर साल रथ यात्रा के दौरान जुटने वाली भीड़ की संख्या बढ़ती ही जाती है. आस्था के इस सैलाब में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा के रथों को छूने भर के लिए लोग उमड़ पड़ते हैं और ऐसे में इंतजामों में जरा सी गड़बड़ हालात बिगाड़ सकती है. आज की घटना में भी जिस बेहिसाब भीड़ में यह सब हुआ उसके मान से घायलों की संख्या नहीं बढ़ी यह भी एक बड़ी राहत की बात है. पुरी रथ यात्रा फिलहाल कुछ ही दूरी पर रुक गई है और यह कल फिर आगे बढ़ेगी.

दरअसल तीनों रथ जगन्नाथ मंदिर से गुंडीचा मंदिर तक की सिर्फ 2.5 किलोमीटर की यात्रा करते हैं और इसके बीच में ही पुरी पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं को रथ या उसके रस्से को हाथ लगाने की जल्दी होती है. इसी के चलते हर साल ऐसी गड़बड़ी की संभावना बनी रहती है जिसकी एक छोटी ही सही लेकिन एक झलक देखी गई. रथ यात्रा में सुरक्षा के लिए करीब 10,000 से ज्यादा सुरक्षा कर्मी हैं. केंद्रीय अर्धसैनिक बल, पुलिस, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा स्वयंसेवी भी सुरक्षा में मददगार होते हैं लेकिन लाखों लोगों की भीड़ का दबाव अक्सर इंतजामों पर भारी पड़ता नजर आता है. अहमदाबाद में भी रथयात्रा निकाली गई और इस दौरान यात्रा में शामिल हाथी के भड़क जाने से तीन श्रद्धालु घायल हो जाने की भी खबर है.