April 30, 2025
देश दुनिया

Priyanka Wadra का संसद में पहला भाषण, वही जाति जनगणना पर अटका

अडानी के मामले में केंद्र को घेरने के फेर में कांग्रेसी राज्य सरकार को ही घेर डाला

वायनाड से सांसद चुनकर आईं प्रियंका वाड्रा ने शुक्रवार बतौर सांसद सदन में अपना पहला भाषण दिया. संविधान पर खासतौर पर बात की जानी थी लेकिन चूंकि राजनाथ जैसे दिग्गज पहले ही इमरजेंसी के मामलों को सामने रखकर कांग्रेस का मुंह इस मामले में बंद कर चुके थे इसलिए प्रियंका ने संभल से लेकर अडानी तक के मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की. यह अलग बात है कि उन्होंने जितने मुद्दे उठाए उन सभी में खुद कांग्रेस ज्यादा घिर गई.

भाषण में प्रियंका ने हिमाचल प्रदेश के किसानों की दुर्दशा पर सरकार को घेरने करी कोशिश करते हुए कहा कि सरकार की सारी मदद एक ही व्यक्ति को मिल रही है, यह कहकर वो अडानाी मामले को उठाना चाह रही थीं लेकिन चूंकि हिमाचल में कांग्रेस की ही सरकार है इसलिए बात खुद उनकी ही सरकार पर आ गई कि आखिर राज्य सरकार अपने स्तर पर क्या कर रही है. ऐसा ही सेल्फ गोल उन्होंने संभल की घटना का जिक्र करते हुए भी किया जब उन्होंने इन दंगों में मारे गए एक दर्जी और उसके परिवार का जिक्र किया. सत्ता पक्ष की ओर से उन्हें याद दिलाया गया कि चूंकि उन्हें उत्तरप्रदेश के विरोध में राजनीति करनी है इसलिए वो सिलेक्टेड हो रही हैं क्योंकि जब राजस्थान में उनकी सरकार रहते एक दर्जी की नृशंस हत्या हो गई थी तो उनके मुंह से एक शब्द नहीं फूटा था. कुल जमा आज के अपने भाषण में प्रियंका ने राहुल की ही लाइन को अपनाया और इसमें वही अल्पसंख्यक से लेकर जाति जनगणना तक को शामिल किया.