August 10, 2025
देश दुनिया

Priyanka का चुनावी शपथपत्र भी सवालों के घेरे में

राहुल की नागरिकता वाला मामला भी इसी सिलसिले में अदालत में है और अब प्रियंका के हलफनामे पर भी सवाल
राहुल गांधी के चुनावी हलफनामे पर तो लंबे समय से सवाल हैं ही कि वे भारतीय नागरिक हैं भी या नहीं. मामला अदालत में है और वहीं से तय होगा कि यदि उन्होंने चुनावी घोषणापत्र में झूठ बोला है तो सजा क्या होगी लेकिन इस बीच अब प्रियंका वाड्रा के चुनावी हलफनामे पर भी सवाल उठ रहे हैं. प्रियंका के चुनावी हलफनामे पर विवाद यह है कि उन्होंने नामांकन में जो जानकारी दी है उसमें संपत्ति और आय वाली बातें गलत दर्ज हैं या सही.

प्रियंका के हलफनामे में एक करोड़ के एक फ्लैट व कुछ कृषि भूमि का जिक्र किया गया है और आय वाले कॉलम में लेखन और पेंशन को मुख्य बताया गया है लेकिन उनकी वास्तविक संपत्ति और आय बताई गई जानकारी से कहीं अधिक होने का अनुमान लगााने वाले शपथपत्र को गलत करार दे रहे हैं. प्रियंका की दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में मौजूद संपत्तियां भी कम मूल्य पर दिखाए जाने का आरोप है और उन्हें कांग्रेस पार्टी से मिलने वाले भुगतान का आय वाले कॉलम में शामिल न किया जाना भी सवालों के घेरे में है. विशेषज्ञ कहते हैं कि कानूनी तौर पर कोई चुनाव के शपथपत्र में जानबूझकर गलत जानकारी देता है तो इसे कानूनों का उल्लंघन माना जाता है और उसकी उम्मीदवारी तक रद्द हो सकती है.जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 के तहत ऐसे मामलों में कार्रवाई संभव है और यदि जानबूझकर गलत जानकारी देने की बात सिद्ध होती है तो नामांकन रद्द करने की प्रक्रिया के अलावा अदालत में ऐसे प्रत्याशी के चुनाव को चुनौती तक मिल सकती है. ऐसे मामलों में चुनाव आयोग भी अपनी तरफ से जांच कर सकता है.