July 12, 2025
देश दुनिया

Plane Crash Report एफएए की चेतावनी नहीं मानी थी बोइंग ने

कटऑफ क्यों किया पूछे जाने पर पायलेट का जवाब था कि हमने नहीं किया, यानी इंजन बंद होने के पीछे फ्यूल सिस्टम की गड़बड़ी

अहमदाबाद में हुई प्लेन दुर्घटना को लेकर पहली रिपोर्ट बता रही है कि 787-8 प्लेन के दोनों इंजनों ने काम करना बंद कर दिया था और इसी वजह से प्लेन ‘रन’ की जगह कटऑफ मोड में चला गया. रिपोर्ट का कहना है कि पहले इंजन ने तो फिर भी रिलाइट करने की कोशिश की लेकिन दूसरा इंजन पूरी तरफ फेल हो चुका था. कॉकपिट की आवाजों से भी यही पता चल रहा है कि रनवे से पूरा एक नॉटिकल मील भी नहीं चल सके प्लेन को जब पायलेट्स ने उठाने की कोशिश की तो इंजन जवाब दे चुके थे.

जब ट्रैफिक कंट्रोल पर पायलट से पूछा गया कि उसने कटऑफ क्यों लिया तो उसका सीधा जवाब था कि हमने कटऑफ नहीं लिया बल्कि इंजन ने खुद ही यह लिया है यानी इंजन फेल हो चुके थे. इस पूरे प्रकरण में गंभीर बात यह है कि बोइंग लगातार इस बात की कोशिश कर रहा है कि जैसे भी हो पूरा मामला घटना में जान गंवा चुके पायलेट के सिर डाल दिया जाए ताकि बोइंग पर आंच न आए और इस काम के लिए बोइंग ने भारी पैसा भी खर्च करना शुरु कर अमेरिकी पत्रकारों को खरीदना भी शुरु कर दिया है लेकिन बोइंग अब तक इस बात का जवाब देने को तैयार नहीं है कि जब अमेरिकी फेडरल एडमिनिस्ट्रेशन ने दिसंबर 2018 में ही इस बात के लिए चेतावनी दे दी थी कि बोइंग के कुछ प्लेन जिनमें 787-8 भी शामिल है, फ्यूल कटऑफ के स्विच लॉकिंग सिस्टम में गड़बड़ है और वह ‘डिसइंगेज’ हो सकते हैं यानी फ्यूल कंट्रोल स्विच लॉकिंग सिस्टम गड़बड़ हैं. पहली रिपोर्ट के बाद बोइंग के इस बात के लिए प्रयास तेज हो गए हैं कि फ्यूल सप्लाई रुकने और इंजन बंद होने के लिए पायलट को यह कह कर दोषी ठहराया जाए कि उन्होंने ‘गलती से’ कटऑफ ले लिया जबकि इस बात की कोई संभावना इसलिए नहीं बनती कि पायलट पूरी तरह प्रशिक्षित और बेहद अनुभवी थे और उन्होंने आखिरी समय तक प्लेन व यात्रियों को बचाने की पूरी कोशिशें कीं यहां तक कि उन्होंने क्रैश होते देखकर भी यह निर्णय लिया कि ज्यादा जनहानि वाली जगह पर प्लेन न गिरे. बोइंग अब पूरी तरह धंधेबाजी पर उतर आया है और वह हरसंभव कोशिश कर रहा है कि उसके प्लेन की तकनीकी खामियों की बात न उठे बल्कि पायलेट ही आखिर दोषी मान लिए जाएं ताकि उसका अरबों खरबों का दुनिया भर में फैला बिजनेस प्रभावित न हो और एयरबस को इससे कहीं बढ़त न मिल जाए. बोइंग 787-8 में पहले भी गड़बड़ियां पाई गई हैं लेकिन फ्यूल डिसइंगजेमेंट को लेकर तो उसे एफएए की साफ चेतावनी थी, इसके बाद भी वह कटऑफ के लिए खुद की तकनीकी खामी को न मानने की जिद पर अड़ा है.