August 5, 2025
देश दुनिया

National Biscuits Day विशेष- सौ साल पहले सिर्फ कान्सेप्ट था पारले जी

भारत में जल्द ही सौ साल पूरे करने की तरफ बढ़ रहे पारले जी की कहानी
नेशनल बिस्किट डे अब मनाया जाने लगा है लेकिन जिस बिस्किट ब्रांड ने भारत में इसे लेकर कॉन्सेप्ट ही बदल दिया आज उसी की बात करते हैं यानी पारले जी की. Parle G बिस्किट आज कितना लोकप्रिय है वह इस बात से समझ लीजिए कि चुनावों के दौरान महंगाई का पैमाना बताने के लिए इस बार एक प्रमुख विपक्षी दल ने पारले जी के पैकेट को लेकर ही बात की.

देशभर में जाने माने पारले जी काे अस्तित्व में आए 95 साल हो गए हैं यानी आज से सौ साल पहले मोहनलाल दयाल चौहान के दिमाग में यह बात चल ही रही थी कि बिस्किट का ऐसा कोई ब्रांड बनाया जाए. उन्हें अपने पुश्तैनी टेलरिंग व्यवसाय पर पूरा भरोसा था कि इससे जीवन बढ़िया चल सकता हैँ, गुजरात के वलसाड में उनका काम अच्छा चलता भी था लेकिन कुछ नया करने की जिद के चलते कुछ साल के सोच विचार के बाद आखिर 1929 में मुंबई के विले पार्ले इलाके में बिस्किट बनाने की कंपनी और फैक्ट्री खोल ही ली. चौहान परिवार ने इस विले पार्ले क्षेत्र के नाम पर पार्ले और जी से जीनियस मतलब निकालते हुए इसका नामकरण किया होगा तब खुद उन्हें भी अंदाजा नहीं हागा कि यह अकेला ब्रांड 2000 करोड़ से ज्यादा का हो जाएगा और देश ही नहीं विदेशों से भी इसकी खासी डिमांड आने लगेगी.
इर्ले जी नाम पर भी किया गया था विचार
पार्ले से पहले इसका नाम इर्ले रखने पर भी विचार किया गया क्योंकि जिस क्षेत्र में इसका उत्पादन कारखाना आता था वहां पार्ले और इर्ले, दोनों नाम के क्षेत्र थे. यह बिस्किट ही नहीं, इसके कवर पर वाला फोटो भी बेहद चर्चित रहा है, दरअसल पहले इसके कवर पर एक ग्वालन बनी होती थी लेकिन बाद में इस पर एक छोटी सी लड़की को लिया गया और इस बात की चर्चा अक्सर होती रहती है कि यह लड़की आखिर कौन है. आमतौर पर सुधा मूर्ति (जी हां नारायणमूर्ति की पत्नी) और गुंजन गंडानिया को भी यह पारले गर्ल से जोड़ा जाता है लेकिन ज्यादातर मामलों में यही माना जाता है कि ये नीरू देशपांडे हैं जो अब 62 साल की हैं. पारले ने समय के साथ कई ब्रांड और भी लांच किए जिनमें बिस्किट ही नहीं चॉकलेट वगैरह भी थीं लेकिन इस कंपनी का भी कोई दूसरा ब्रांड पारले जी की लोकप्रियता तक नहीं पहुंच सका. आज भी पारले के समूचे कारोबार में पारले जी बिस्किट का योगदान पचास प्रतिशत से ज्यादा का है.