MP Gaurav Gogoi की पत्नी आईएसआई एजेंट थीं- हिमंता
हिमंता बिस्वा शर्मा ने गौरव गोगोई की पत्नी पर उठाए सवाल
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी सहित कई संदिग्धों से संपर्क है. शर्मा ने कहा कि एलिजाबेथ (जो मूल रुप से ब्रिटेन की हैं), पहले इस्लामाबाद में आईएसआई के साथ काम करती रही हैं. पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार अली तौकीर शेख को रिपोर्ट करने वाली एलिजाबेथ ही नहीं खुद गौरव की भी कुछ मामलों में भूमिका संदिग्ध रही है जिसमें पाकिस्तान उच्चायोग के कार्यक्रम में शामिल होकर भाषण देना भी शामिल है.
शर्मा का कहना है कि कांग्रेस और गौरव गोगोई पर काफी सवाल हैं जिनके जवाब मिलने चाहिए. अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शर्मा ने लिखा कि 2015 में भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पहली बार बने सांसद (गौरव गोगोई) और उनके स्टार्टअप, पॉलिसी फॉर यूथ को नई दिल्ली के पाकिस्तान उच्चायोग में भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया था. उल्लेखनीय बात यह है कि यह सांसद उस समय विदेशी मामलों की संसदीय समिति तक के सदस्य नहीं थे. जिससे उनके पाकिस्तानी उच्चायोग जाने की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं. गोगोई ऐसे वक़्त में पाकिस्तानी उच्चायोग गए जब भारत ने अपने अंदरूनी मामलों में उच्चायोग के दख़ल और हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस के नेताओं से उसके संपर्क करने को लेकर आधिकारिक विरोध जताया था
‘द हिंदू’ में छपे गौरव गोगोई के लेख का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि बीएसएफ़ की आलोचना से लेकर अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को सुविधाएं देने की बात करने वाले गोगोई के पॉलिसी फॉर यूथ को भी संदेह के घेरे में रखा जाना चाहिए. हिमंता का कहना है कि गौरव संसद में जो सवाल पूछते हैं उन पर भी संदेह किया जाना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान उच्चायोग में भाषण देने जाने वाला या संदिग्ध रही एलिजाबेथ के पति जब रक्षा से जुड़े संवेदनशील सवाल पूछते हैं तो इससे शंका तो होती है. एलिजाबेथ और गौरव को लेकर हिमंता का कहना है कि आईएसआई से संबंधों, युवाओं को ब्रेनवॉश करने और कट्टरपंथी बनाने के लिए पाकिस्तानी दूतावास में ले जाने तथा पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता न लेने वाले आरोपों पर जवाब मिलने चाहिए.