MP बने खालिस्तानी की सांसदी जाने का खतरा
अमृतपाल सिंह के संसदीय कार्रवाई में शामिल न होने के 46 दिन हुए, साठ दिन तक न शामिल न हों तो सांसदी खतरे में
पंजाब से लोकसभा सांसद बने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की सांसदी खतरे में है. फिलहाल डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह 46 दिन से लोकसभा से गैरहाजिर रहा है और बार बार अपनी तरफ से रिप्रेजेंटेशन की मांग उठा रहा है. पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अमृतपाल ने फिर याचिका डाली है जिस पर अब 25 फरवरी को सुनवाई होगी. अमृतपाल की मांग है कि उसे लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति मिले. हाईकोर्ट इसके तकनीकी पहलुओं की जांच परखते हुए इस मुद्दे पर 25 फरवरी को सुनवाई करेगा.
याचिका में इस बात का डर बताया गया है कि सांसदी के नियमों के तहत यदि वह 60 दिनों तक लोकसभा की कार्रवाई से गैरहाजिर रहे तो उसकी सदस्यता खत्म की जा सकती है. यानी अब और चौदह दिन वह संसद की कार्रवाई में शामिल नहीं हुआ तो उसका माननीय सांसद वाला दर्जा ही छिन जाएगा. अमृतपाल की याचिका में कहा गया है कि उसे लोकसभा सचिवालय का पत्र मिला है जिसमें साठ दिन तक संसदीय कार्रवाई में शामिल न होने पर सांसदी खतरे में पड़ने का जिक्र है. अमृतपाल ने लोकसभा स्पीकर से भी सेशन में शामिल होने की मांग रखी है. इससे पहले अमृतपाल ने अमृतसर के जिला मजिस्ट्रेट के सामने भी रिप्रेजेंटेशन का मामला रखा था जिसे रद्द किया जा चुका है.