Japan की तकनीक और भारत का श्रम मिलकर करेंगे कमाल
दो दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे मोदी ने आर्थिक फोरम में किया मजबूत भारत जापान संबंधों का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने जापान की अपनी दो दिनी जापाान यात्रा के पहले ही दिन भारत-जापान आर्थिक फोरम, टोकियो में भाग लेकर दोनों देशों के संबंधों पर काफी कुछ कहा. उन्होंने जापानी उद्योग जगत के प्रमुख नेताओं को संबोधित किया और भारत-जापान सहयोग को वैश्विक विकास का आधार बताया, इससे पहले जापान में भारतीय समुदाय ने उनका उत्साह से स्वागत करते हुए भारतीय झंडे लहराए, पारंपरिक परिधानों में नृत्य प्रस्तुत किए व अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं.
जापानी भाषा में अभिवादन करते हुए मोदी ने कहा कि जापान तकनीकी नवाचार का केंद्र है और भारत प्रतिभा का भंडार है. इन दोनों शक्तियों का मेल पूरी सदी की नई दिशा दे सकता है. मेट्रो परियोजनाओं, मैन्युफैक्चरिंग, सेमीकंडक्टर और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्रों में भारत और जापान की भागीदारी को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि जापानी कंपनियों का भारत में 40 बिलियन डॉलर का निवेश है, जिसमें से 30 बिलियन डॉलर का निजी निवेश पिछले दो सालों में किया गया है. मोदी ने कहा कि भारत जापानी व्यापार के लिए ग्लोबल साउथ का प्रवेश द्वार बन सकता है. प्रधानमंत्री ने पांच प्रमुख क्षेत्रों में बैटरी, रोबोटिक्स, सेमीकंडक्टर, शिपबिल्डिंग और न्यूक्लियर एनर्जी में मैन्युफैक्चरिंग, एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, स्पेस और बायोटेक में नवाचार बढ़ाने का आग्रह किया.