May 6, 2025
देश दुनिया

Mitr की फंडिंग रुकी तो ट्रांसजेंडर क्लीनिक बंद

कई एनजीओ और संस्थाओं के लिए भी यूएसएड के बिना काम करना हुआ मुश्किल

भारत में चल रहा ट्रांसजेंडर क्लीनिक यूएसएड से पैसे न मिल पाने की वजह से बंद हो गया है. इसका बंद होना तो खबर थी ही क्योंकि यह अपनी तरह का पहला क्लीनिक था जिसमें ट्रांसजेंडर्स को स्वास्थ्य सेवाएँ, हार्मोन थेरेपी, जेंडर बदलने की सलाह, मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग और एचआईवी/एसटीआई की सुविधाएं दी जाती थीं लेकिन इससे भी बढ़कर बात यह है कि इसके बंद होने पर एलन मस्क ने खुशी जताते हुए कहा है कि अमेरिकी टैक्स पेयर्स का पैसा ऐसे कामों में क्यों लगाया जाता था, पता ही नहीं.

दरअसल हैदराबाद में भारत का पहला ट्रांसजेंडर क्लिनिक यूएसएड की फंडिंग से चलने वाला ‘मित्र’ क्लीनिक आखिर ट्रंप की नई नीति के चलते बंद हो गया है. जनवरी 2021 में इस क्लीनिक को खोलने के लिए यूएसएड के साथ जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने साझेदारी की थी. कुछ समय पहले सीनेटर जॉन केनेडी ने भी इस तरह से फंडिंग करने और अमेरिकी टैक्स पेयर्स का पैसा बर्बाद करने पर सवाल उठाए थे. एलन मस्क खुद एलजीबीटीक्यू मामलों में अमेरिकी पैसा लगने के विरोधी रहे हैं और पिछली सरकारों के समय उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों की रोकने की बात की थी जिनमें प्राइड परेड या ट्रांसजेंडर्स के लिए जमकर पैसा बहाया जा रहा हो.