July 23, 2025
देश दुनिया

Mahakumbh का समापन, 45 दिन में 66 करोड़ से ज्यादा का स्नान

भारत की जनसंख्या की आधी आबादी ने दी महाकुंभ में आहुति

13 जनवरी से प्रयागराज में जो महाकुंभ का आयोजन चल रहा था वह रिकॉर्ड संख्या में शामिल श्रद्धालुओं के साथ महाशिवरात्रि पर समाप्त हुआ. इन 45 दिनों में महाकुंभ में स्नान करने वालों की संख्या के आंकड़े ने 66 करोड़ का भी आंकड़ा पार कर लिया. यानी भारत को छोड़कर सिर्फ चीन ही ऐसा देश है जिसकी जनसंख्या इस महाुकंभ में स्नान करने वालों से ज्यादा रही यहां तक कि पूरे यूरोप की जनसंख्या को भी जोड़ दें तो 66 करोड़ से ज्यादा की संख्या तक नहीं पहुंच सकते. यदि इस हिसाब से देखें तो प्रतिदिन लगभग ड़ेढ़ करोड़ लोग स्नान का पुण्य लाभ लेने पहुंचे जबकि प्रशासन ने यह मान रखा था कि इन 45 दिनों में प्रतिदिन एक करोड़ के हिसाब से 45 करोड़ अधिकतम लोग पहुंचेंगे. महाशिवरात्रि पर अमृत स्नान के साथ समापन के बाद अब लोगों का लौटना जारी है और जाम की समस्या सबसे बड़ी बनकर इस आयोजन के दौरान उभरी वह अब भी कायम रही.
महाकुंभ का आयोजन चार हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैला था और इसे इतने समय के लिए बाकायदा जिला घोषित कर दिया गया था. इस महाकुंभ नगर के 25 सेक्टरों में हरसंभव वो व्यवस्थाएं की गईं कि प्रयागराज पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो. जाम और आने वालों की संख्या के साथ फ्लाइट्स से लेकर ट्रेनों और बसों तक के नए नए रिकॉर्ड इस दौरान कायम हुए. रेलवे ने इस दरमियान प्रयागराज के लिए करीब 15 हजार ट्रेनें चलाईं.
महाकुंभ 2025 में नौ लाख से अधिक साधु-संत पहुंचे. दस लाख कल्पवासी भी महाकुंभ मेला क्षेत्र में ही रहे. 144 साल बाद बने विशेष योग के चलते भी श्रद्धालुओं में खासा उत्साह रहा और यही वजह थी कि प्रयागराज पहुंचने वाले सभी रास्ते पूरे 45 दिन खचाखच भरे ही रहे.