Kolkata आरजी कर मामले में डॉक्टर्स जांच से खुश नहीं
ममता भी जिद पर और सीबीआई की जांच भी एकतरफा
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की एक साथी ट्रेनी डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने अब सीबीआई की जांच को लेकर प्रश्न उठाए हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि ममता बनर्जी ने उन लोगों को हटाने से मना कर दिया जिनका इस मामले में हटाया जाना जरुरी थी और अब केंद्रीय जांच ब्यूरो भी एकतरफा जांच कर रही है और इसके चलते पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सजा से बच सकते हैं.
डॉक्टर्स ने सीबीआई कार्यालय तक मशाल रैली निकाली जिसमें डॉक्टरों के अलावा भी कई प्रबुद्धजन शामिल हुए. इस आंदोलन की अगुवाई करने वाले पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (डब्ल्यूबीजेडीएफ) का कहना है कि रैली का उद्देश्य सीबीआई को निष्पक्ष जांच को लेकर संदेश देना था. यदि एजेंसी जांच को त्वरित और तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाना है तो किसी को बचाने या एकतरफा जांच से बचना होगा. सीबीआई ने पहले आरोपपत्र में बलात्कार और हत्या के अपराध में घोष की जिम्मेदारियां नहीं तय की थीं. मशाल रैली के बाद संगठन ने कहा कि सीबीआई की एकतरफा जांच ने चिंतित कर रही है कि संदीप घोष बलात्कार और हत्या के मामले में सजा से बच न जाए. दरअसल सीबीआई घोष के खिलाफ दो मामलों की जांच कर रही है जिसमें एक वित्तीय अनियमितताओं की है और दूसरी बलात्कार व हत्या मामले में उनकी भूमिका की है.